आरा. पूर्व विधायक विजेंद्र यादव ने जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इनके साथ अन्य कई जदयू पदाधिकारियों ने भी इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए विजेंद्र यादव ने कहा कि मैं जिस दल में रहा, उसमें निष्ठा के साथ काम किया. पद की कोई लालच नहीं है. लगातार गठबंधन के साथ रहा. उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई नियम कानून नहीं है. पूर्व विधायक ने बीजेपी के आरा सांसद आरके सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके व्यवहार के कारण ही मैंने इस्तीफा दिया. जदयू के साथ भाजपा का गठबंधन है, लेकिन भाजपा सांसद द्वारा लगातार जदयू कार्यकर्ताओं को तरजीह नहीं दी गयी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से कोई शिकायत नहीं है. उन्होंने कहा कि जगदीशपुर में आयोजित नीतीश कुमार जी की रैली में भाजपा का कोई नेता नहीं गया. भाजपा सरकार द्वारा लगातार एकतरफा कार्रवाई की जा रही है. मुख्तार अंसारी से लेकर कई नेताओं की हत्याएं करवा दी गयीं. जबकि भाजपा की शह पर ब्रजेश सिंह और विनित सिंह खुलेआम घुम रहे हैं. पूर्व विधायक विजेंद्र यादव के साथ इस्तीफा देने वालों में शशि कुशवाहा, मो महमूद अंसारी, सुशील कुमार कुशवाहा, उमेश सिंह कुशवाहा, भोला गोंड, जयशंकर प्रसाद, कमलेश्वर मिश्रा, अजय कुमार सिंह , रामसकल सिंह भोजपुरिया, जयंत यादव, कमल किशोर, मनु राठौड, रोशन महतो, राहुल सिंह, नागेंद्र कुमार, अनिल कुमार, राहुल चंद्रवंशी सहित जदयू पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हैं.
पूर्व विधायक विजेंद्र यादव समेत कई नेता जदयू से निष्कासित : वहीं, जदयू प्रवक्ता शंभु प्रसाद सोनी ने कहा कि पूर्व विधायक समेत कई को जदयू ने सदस्यता को रद्द करते हुए पार्टी से पदमुक्त किया. जदयू के प्रदेश नेतृत्व दल के सिद्धांतों के विपरीत कार्य करने एवं पार्टी विरोधी कार्य गतिविधियों में शामिल रहने के कारण पूर्व विधायक विजेंद्र यादव, प्रखंड अध्यक्ष शशि कुशवाहा और संदेश प्रखंड अध्यक्ष महमूद अंसारी की सदस्यता को रद्द करते हुए दल के दायित्वों से मुक्त कर दिया गया.
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