कुख्यात मिथिलेश पासवान को गोलियों से छलनी कर सड़क किनारे फेंका, मौत

सकड्डी-चांदी पथ पर सकड्डी मोड़ से 200 मीटर आगे सड़क किनारे झाड़ियों में मिला शव

By Prabhat Khabar News Desk | June 5, 2024 10:22 PM

कोईलवर . जिले में हत्या, लूट, रंगदारी, आर्म्स एक्ट जैसे दर्जन भर कांडों में नामजद रहे हिस्ट्रीशीटर मिथिलेश पासवान की गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी गयी. उसे नजदीक से 10 गोलियां मारी गयी थीं. गोलियों से छलनी करने के बाद उसे कोईलवर थानांतर्गत सकड्डी-चांदी पथ पर सकड्डी मोड़ से 200 मीटर आगे सड़क किनारे झाड़ियों में फेंक दिया गया था. राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, तो आनन-फानन में थानाध्यक्ष नरोत्तमचंद्र के साथ घटनास्थल पर पहुंची पुलिस बल ने उसे सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मंगलवार की देर रात साढ़े 10 बजे के करीब हुई घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. घटना की पुष्टि होने के बाद परिजन दौड़े भागे सदर अस्पताल पहुंचे, जहां वह मृत पड़ा था. मृतक कोईलवर थाना क्षेत्र के धनडीहा पंचायत के कुबेरचक वार्ड 02 निवासी सुरेश पासवान का 28 वर्षीय पुत्र मिथिलेश पासवान था. प्रेम प्रसंग में हत्या की आशंका : सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मिथिलेश पासवान मंगलवार की शाम घर से पटना जाने के लिए निकला था, लेकिन थोड़ी ही देर बाद वह वापस आ गया. शाम साढ़े सात बजे के करीब वह अपने एक साथी के साथ आरा चला गया. सूत्रों ने बताया कि मिथिलेश का आरा आनंद नगर निवासी कुख्यात छोटू मिश्रा की बहन के साथ पिछले दो-ढाई वर्षों से अफेयर चल रहा था. इसी बीच इस रिलेशनशिप में एक तीसरे शख्स गोरख महतो की भी इंट्री हो गयी. गोरख की भी आपराधिक पृष्ठभूमि है. मिथिलेश को जब इसकी जानकारी हुई, तो उसका अपनी प्रेमिका और उस तीसरे शख्स के साथ बकझक हो गया, जिसके बाद गोरख महतो और मिथिलेश पासवान के बीच एक दूसरे को देख लेने की बहस भी हुई थी. सूत्रों की मानें, तो मंगलवार की शाम पटना जा रहे मिथिलेश को उसकी प्रेमिका ने जिद कर अपने घर बुलाया, जिसके बाद वह पटना न जाकर अपने एक साथी के साथ आरा आनंद नगर स्थित उसके घर गया था. आरा पहुंचने के बाद उसने अपने साथी को वापस घर भेज दिया था. इसी बीच लगभग दो ढाई घंटे बाद परिजनों को मिथिलेश के मारे जाने की सूचना मिली, जिसके बाद परिजन भागे दौड़े सदर अस्पताल पहुंचे. सटाकर मारी गयीं 10 गोलियां : पुलिस सूत्रों ने बताया कि पोस्टमार्टम के दौरान उसके शरीर में 10 गोलियां लगने की पुष्टि हुई है. जबकि ग्रामीणों ने बताया कि शरीर में 14 से 16 गोलियां मारी गयी हैं. पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना संभवतः आरा से सकड्डी के बीच कही रास्ते में हुई है और गोलियों से छलनी करने के बाद उसे सकड्डी मोड़ से 200 मीटर आगे कुल्हड़िया के समीप सड़क किनारे झाड़ियों में फेंक दिया गया है. सदर एसडीपीओ रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि मामला प्राथमिक तौर पर प्रेम प्रसंग में वर्चस्व को लेकर हत्या का लग रहा है. मृतक को कहीं और गोली मारकर यहां फेंक दिया गया है. हालांकि परिजनों की ओर से कोईलवर थाने में आधा दर्जन नामजद समेत अन्य पर केस दर्ज कराया गया है, जहां कांड संख्या 247/24 दर्ज कर मामले की तफ्तीश की जा रही है. मौत के बाद जुटा लोगों का हुजूम,परिजनों में चीत्कार : मिथिलेश पासवान की हत्या के बाद उसके कोईलवर के कुबेरचक चक स्थित आवास पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. इलाके में रॉबिनहुड की छवि वाले मिथिलेश पासवान के शव यात्रा में भीड़ उमड़ पड़ी. इधर मिथिलेश पासवान की मौत के बाद उसकी मां सोनपरी का रो-रोकर बुरा हाल था. पिता सुरेश पासवान बेटे के इस तरह मारे जाने को लेकर स्तब्ध थे. तीन शादीशुदा बहनें अपने भाई के शव से लिपटकर घंटों रोती रहीं. छोटा भाई शैलेष पासवान भाई की हत्या के बाद टूट गया था. भाई ने ही कोईलवर थाने में सात नामजद और अन्य अज्ञात पर मामला दर्ज कराया है. नागरमल बम विस्फोट के बाद आया था चर्चा में : हिस्ट्रीशीटर मिथिलेश पासवान 2016 में आरा के प्रसिद्ध मॉल नागरमल में बम फेंककर चर्चा में आया था. अपराध की दुनिया में उसका यह पहला कदम था. जब उसने 29 अप्रैल, 2016 को रंगदारी नहीं देने पर उसने मॉल में बम फेंका था. इसके बाद वह कई हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट, रंगदारी जैसे दर्जन भर मामलों में नामजद रहा. इसके खिलाफ भोजपुर, पटना और अरवल व जहानाबाद में मामले दर्ज है. जबकि अन्य राज्य के भी एक कांड में पुलिस को इसकी तलाश थी. हाल फिलहाल में गीधा सीएसपी लूटकांड में यह वांछित रहा था.

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