ट्रक की टक्कर से इंटर की परीक्षा देकर लौट रहीं दो बहनों की मौत, पिता घायल
उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर बंगला के समीप शनिवार की शाम हुई घटना
आरा.
आरा-अरवल मुख मार्ग पर जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर बंगला के समीप मंगलवार की शाम बेलगाम ट्रक ने बाइक सवार पिता व दो पुत्रियों को जोरदार टक्कर मार दी. इस हादसे में बाइक पर बैठीं सगी बहनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. जबकि बाइक चला रहे पिता गंभीर रूप से जख्मी हो गये. वहीं, जख्मी पिता का इलाज आरा सदर अस्पताल में कराया जा रहा है. घटना को लेकर लोगों के बीच अफरा-तफरी मची रही. घटना के बाद चालक ट्रक लेकर मौके से फरार हो गया. जानकारी के अनुसार मृत छात्राओं में संदेश थाना क्षेत्र के सुंदरपुर गांव वार्ड नंबर एक निवासी गौरी शंकर की 18 वर्षीया पुत्री सुसमा एवं 17 वर्षीय पुत्री रेखा शामिल हैं. जबकि जख्मी उसके पिता गौरी शंकर हैं. इधर जख्मी गौरीशंकर ने बताया कि वह अपनी पुत्री रेखा व सुसमा को इंटर की परीक्षा दिलवाने के लिए आरा शहर के बाबू बाजार स्थित नेमीचंद शास्त्री स्कूल आये थे. परीक्षा खत्म होने के बाद जब वह अपनी पुत्रियों रेखा व सुसमा को बाइक से वापस गांव लौट रहे थे. उसी बीच बेलाउर बंगला के समीप पीछे से आ रहे बेलगाम ट्रक ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी, जिसमे उनकी पुत्री रेखा व सुसमा की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. जबकि वह गंभीर रूप से जख्मी हो गये. इसके बाद स्थानीय लोगों के सहयोग से मृत सगी बहनों व उनके पिता गौरी शंकर को आरा सदर अस्पताल लाया गया. इसके पश्चात परिजनों ने इसकी सूचना सदर अस्पताल में पदस्थापित पुलिस पदाधिकारी को दी. सूचना पाकर पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और शवों का पोस्टमार्टम करवाया. वहीं, जख्मी गौरी शंकर का इलाज आरा सदर अस्पताल में कराया जा रहा है. बताया जाता है कि मृत छात्राओं में सुसमा अपने पांच बहनों व एक भाई में पांचवें व रेखा छठे स्थान पर थीं. उनके परिवार में मां रीता देवी व तीन बहन उर्मिला देवी, लीला देवी, कुसुम कुमारी एवं एक भाई नीरज कुमार है. घटना के बाद मृत छात्राओं के घर में कोहराम मच गया है. इस घटना के बाद मृत छात्राओं के परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है.जैसे ही घर पहुंची मौत की खबर, पसर गया मातम :
हादसे में जान जाने के बाद जैसे ही यह खबर पीड़ित परिवार के पास पहुंचा घर-परिवार सहित गांव में अफरातफरी का माहौल पैदा गया है. परिजन भागे-भागे सदर अस्पताल आरा पहुंचे. इस दौरान एक तरफ बेटियों के शव और दूसरे तरफ जख्मी पिता को देखरकर हर कोई की आंखें नम हो जा रही थीं. मृत परीक्षार्थियों के परिवार के चीत्कार से पूरा अस्पताल परिसर मातमी सन्नाटा में था.मां का रो-रोकर हुआ बुरा हाल :
इस घटना के बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल था. कभी वह बेटियों के शव को देखना चाह रही थी, तो कभी पति की हालत को देखकर चीत्कार मार रो रही थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है