नगर निगम के स्थायी कर्मियों और सफाई मजदूर करेंगे आंदोलन

आंदोलन को लेकर बनायी गयी रणनीति

By Prabhat Khabar News Desk | December 1, 2024 10:00 PM

रमना मैदान में बैठक कर कर्मियों ने लिया निर्णय

आरा.

रमना मैदान में आरा नगर निगम के सफाई मजदूरों और स्थायी कर्मचारियों की एक संयुक्त बैठक संपन्न हुई. बैठक की शुरुआत मजदूर आंदोलन के दिवंगत नेता का. गोपाल प्रसाद की श्रद्धांजलि से हुई. बैठक में सभी निगम कर्मियों की वेतन विसंगति पर गहन विचार-विमर्श किया गया तथा एक बड़े आंदोलन की रूप-रेखा तैयार की गयी. बैठक की अध्यक्षता सरुन राम ने की तथा संचालन अमर नाथ प्रसाद ने किया. आरा नगर निगम के सभी मजदूरों को संबोधित करते हुए भाकपा माले राज्य कमेटी सदस्य व इंसाफ मंच के राज्य सचिव क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि सफाई मजदूरों के साथ निगम प्रशासन मनमानी करता है. त्योहार के दिनों में छुट्टी की अवधि में काम लेता है, पर मजदूरों को उस अवधि की मजदूरी हड़प जाते हैं. वहीं 31 दिनों के महीने में पांच रविवार पड़ने पर एक अतिरिक्त दिन की मजदूरी नगर आयुक्त ड़कार जाते हैं. अंसारी ने कहा कि अकुशल मजदूरों को सरकार 783 रुपये प्रति दिन मजदूरी तय की है, पर आरा नगर आयुक्त 450 रुपये प्रति दिन मजदूरी दे रहे हैं. इससे साफ पता चलता है कि मजदूरों की बड़े पैमाने पर हकमारी हो रही है.

उन्होंने कहा कि स्थाई कर्मचारियों को आरा नगर निगम के आयुक्त 7वां वेतन मान आयोग की सिफारिश का लाभ विभागीय पत्र के बाद भी नहीं दे रहे हैं. वहीं, अपना वेतन 7वें वेतन मान के आयोग की सिफारिश के तहत उठा रहे हैं. यह निंदनीय है. माले नेता ने जोर देकर कहा कि हर कीमत पर मजदूरों की हक मारी के खिलाफ आवाज बुलंद होगा तथा 8 दिसंबर, 2024 को एक विशाल सभा का आयोजन किया जायेगा तथा छठ पूजा में निगम प्रशासन के घोषित डेंजर जोन में काम कर रहे मजदूर की मौत जिम्मेदार निगम प्रशासन उचित मुआवजा दे तथा उक्त इलाके में काम करा रहे जमादार पर एफआइआर करते हुए उसे गिरफ्तार किया जाये. बैठक में शामिल प्रमुख लोगों में क्यामुद्दीन अंसारी, सरुन राम ,अमर नाथ प्रसाद, अशोक सिंह, कल्लू यादव, सहित सैकड़ों मजदूर थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version