प्राइवेट शिक्षक विजय शंकर सिंह की हत्या के मामले में 10 लोगों पर केस दर्ज
शिक्षक के बड़े भाई अशोक सिंह के बयान पर प्राथमिकी हुई दर्ज
आरा.
जिले के कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के उदयभानपुर गांव निवासी स्व.रामानुज सिंह के पुत्र सह प्राइवेट शिक्षक विजय शंकर सिंह की हत्या मामले में प्राथमिक की दर्ज कर ली गयी है. मृतक के बड़े भाई अशोक कुमार सिंह के बयान पर 10 लोगों पर नामजद प्राथमिक की दर्ज की गयी है. दर्ज प्राथमिक में अशोक सिंह द्वारा कहा गया कि रविवार की रात करीब आठ बजे उनका भाई विजय शंकर सिंह अपने दालान में बैठा था, तभी तीन लोग आये. जिनमें धोबहा थाना क्षेत्र के भदेया गांव निवासी चंदन सिंह, उसी थाना क्षेत्र के कड़ारी गांव निवासी डिंपल महतो, अम्मा गांव निवासी राजन सिंह, उनके द्वारा पिछले केस जो विजय शंकर सिंह पर सरैंया बाजार पर फायरिंग हुई थी. उस केस को सुलाह करने के संबंध में बातें करने लगे.साथ में खाना खाये और बाद में गोलियों से कर दिया छलनी :
उसके बाद सभी साथ बैठकर खाना खाये. खाना खाने के बाद डिंपल सिंह और राजन सिंह गांव से बहाना बना कर निकल गये की पिताजी को स्टेशन से छोड़कर आते हैं. जबकि चंदन सिंह उसी दालान में विजय शंकर सिंह के साथ बात करता रहा और मोबाइल से सेल्फी भी ले रहा था, तभी रविवार की रात करीब साढ़े दस बजे दालान में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पिपरा गांव निवासी बलवंत सिंह, शंकर सिंह, गणेश सिंह, रोहित सिंह एवं बड़हरा थाना क्षेत्र के अलेखी टोला निवासी दीपक यादव हथियार से लैस होकर दालान में सामने से घूस गये. तभी बलवंत सिंह के द्वारा बोला गया कि सभी लोग मिलकर इसको खत्म कर दो, जिसके बाद पहले बलवंत सिंह ने गोली चलायी. उसके बाद सभी ने धड़ाधड़ गोली मारकर उनके भाई विजय शंकर सिंह की हत्या कर दी. इसके बाद चंदन सिंह, बलवंत सिंह, शंकर सिंह अन्य सभी नामजद व्यक्ति दालान से भागने लगे. आरोपितों को भागता देख जब उन्होंने चिल्लाया, तो उक्त आरोपित चंदन सिंह, सागर सिंह और मुन्ना सिंह द्वारा उन पर एवं उनके साथ रहे लोगों पर फायरिंग कर दी. तभी सब लोग किसी तरह वहां से भाग कर अपनी जान बचायी. इसके बाद सभी नामजद आरोपित मोटरसाइकिल पर बैठकर भाग निकले. मारकर भागने के क्रम में आरोपितों की पिस्टल एवं मोबाइल दालान में बेड पर ही गिर गया. बता दें कि रविवार की रात विजय शंकर सिंह की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गयी थी. उसे काफी करीब से 16 गोलियां मारी गयी थीं. वहीं, सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मृत विजय शंकर सिंह एवं बलवंत सिंह के बीच चार वर्ष पूर्व एक शादी समारोह में नाच के दौरान हुए झगड़े को लेकर विवाद चला आ रहा था. उसी विवाद को लेकर कुछ दिन पूर्व मृत विजय शंकर सिंह के द्वारा प्राथमिकी में नामजद आरोपित बलवंत सिंह पर संदेश थाना क्षेत्र स्थित बालू घाट पर फायरिंग करवायी गयी थी. हालांकि उस समय विजय शंकर सिंह बाल-बाल बच गये थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है