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पंचतत्व में विलीन हुए एयरफोर्स के जवान आशुतोष, सड़क हादसे में हुई थी मौत

यूपी के सहारनपुर हाइवे पर हुई थी सड़क दुर्घटना

चरपोखरी.

प्रखंड के चरपोखरी गांव के एयरफोर्स के जवान स्व सुभाष सिंह के पुत्र आशुतोष कुमार सिंह का शुक्रवार की देर रात ड्यूटी के दौरान यूपी के सहारनपुर जिले के सरसावा कस्बे से सौराना एयर फोर्स स्टेशन के बीच सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी थी. रविवार को जवान का पार्थिव शरीर पैतृक गांव चरपोखरी पहुंचा, तो परिवार में कोहराम मच गया. अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुंचे हजारों की संख्या में लोगों के बीच मातम था. एयरफोर्स के अधिकारियों ने सैन्य सम्मान से पार्थिव शरीर पहुंचाया और तिरंगा सौंपा. जवान के अंतिम दर्शन करने लोजपा के जिला अध्यक्ष राजेश्वर पासवान, राजद प्रखंड अध्यक्ष सत्यनारायण यादव सहित बड़ी संख्या में गांव के लोग पहुंचे, जहां पर सैन्य सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया. छोटे भाई गिरधारी सिंह ने मुखाग्नि दी. इससे पहले एयरफोर्स जवानों ने वीर जवान आशुतोष कुमार को गार्ड ऑफ ऑनर देकर हवाई फायर कर अंतिम सलामी दी. इस दौरान भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा तब तक आशुतोष तेरा नाम रहेगा, वीर आशुतोष अमर के नारे गूंजते रहे. एयरफोर्स जवान की अंतिम यात्रा में लोगों का भारी हुजूम उमड़ पड़ा.

2013 से देश के लिए कर रहे थे सेवा : बता दें कि जवान आशुतोष कुमार का 2013 में एयर फोर्स में चयन हुआ था. वे सहारनपुर जिले के सौराना एयर फोर्स स्टेशन पर कॉर्पोरल पद पर तैनात थे. शुक्रवार की रात करीब 12:30 में अपने बैचमेट कानपुर के मऊ के रहनेवाले पुनीत कुमार के साथ स्कूटी पर सवार होकर अंबाला हाइवे पर पेट्रोल भराने गये हुए थे. वापस स्टेशन लौटने के क्रम में सीमेंट केमिकल बनाने वाला ट्रक से स्कूटी दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. इस हादसे में आशुतोष कुमार की मौत हो गयी. जबकि उनके साथ स्कूटी चला रहे पुनीत जख्मी हो गये.

मासूम के सिर से उठा पिता का साया, पत्नी का उजड़ा सुहाग : जवान आशुतोष अपने चार भाई गिरधारी सिंह, संजीत सिंह, मंजीत सिंह और एक बहन दिव्या देवी से घर के सबसे बड़े भाई थे. बचपन से ही उनका जीवन संघर्ष में बिता था. पिता की 15 वर्ष पहले ही मौत हो गयी थी. जिसके बाद मां और भाई बहनों की जिम्मेदारी इन्ही के ऊपर थी. मां की भी तबियत खराब रहता था,जिसे देखते हुए आशुतोष अपने मां सुनैना देवी, पत्नी वंदना देवी, 7 वर्षीय पुत्री गौरी कुमारी और छोटा भाई संजीत कुमार को लेकर सहारनपुर ही रहते थे. वहीं एक छोटे भाई मंजीत को पटना में रखकर सेना भर्ती की तैयारी करा रहे थे, लेकिन अचानक जवान के निधन से पूरा परिवार बिखर गया. पत्नी का सुहाग उजड़ा,मां की गोद खाली हुई तो बच्ची के सिर से पिता का साया हट गया.

पीड़ित परिवारों से मिले जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर : जवान की निधन की सूचना पाकर पैतृक गांव पहुंचे जन सुराज के प्रशांत किशोर ने स्वजनों से मिल कर संवेदना प्रकट किया. उन्होंने कहा कि एयरफोर्स जवान के ड्यूटी के दौरान हुए निधन की घटना दुःखद है. खैर होनी को कोई नहीं टाल सकता. ईश्वर परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करें.

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