दो लाख का इनामी कुख्यात रंजीत चौधरी को पटना एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
Arrah news पटना एसटीएफ ने उत्तराखंड के ऋषिकेश से दो लाख का इनामी कुख्यात रंजीत चौधरी को गिरफ्तार किया है.
आरा/उदवंतनगर
. पटना एसटीएफ ने उत्तराखंड के ऋषिकेश से दो लाख का इनामी कुख्यात रंजीत चौधरी को गिरफ्तार किया है. रंजीत चौधरी पर भोजपुर, पटना और झारखंड मिलाकर 27 मामले दर्ज हैं. जिनमें हत्या, रंगदारी आदि शामिल हैं. अभी हाल में रनिया तालाब थानांतर्गत देवराज राय की हत्या, आरा कोर्ट में फायरिंग, चांदी थानांतर्गत हर्षित हत्याकांड में काउंटर केस में इसका नाम आया था. इसकी गिरफ्तारी में भोजपुर पुलिस का भी सहयोग है. हालांकि स्थानीय पुलिस इसकी पुष्टी नहीं कर रही है. बता दें कि रंजीत के पैतृक गांव उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर में भी कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं है. सभी का एक ही जवाब है हम कुछ नहीं जानते. रंजीत चौधरी पर उदवंंतनगर सहित अन्य थानों में एक दर्जन से अधिक कांड दर्ज हैं. भोजपुर सहित आसपास के जिलों में भी हत्या व रंगदारी सहित कई मामले दर्ज हैं. बेलाउर के गैंगवार में रंजीत चौधरी का नाम सुर्खियों में रहा. रंजीत की पत्नी वर्षा चौधरी ने मुखिया का चुनाव लड़ा. परंतु चुनाव जीत नहीं सकी. उस समय भी इसकी खूब चर्चा हुई थी.कुख्यात रंजीत की पहचान बिहार व झारखंड में डॉन के नाम से है प्रसिद्ध :
उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर का रहने वाला कुख्यात दो लाख का इनामी रंजीत चौधरी का बिहार व झारखंड में काफी दबदबा है. इसे लोग डॉन के नाम से जानते हैं. एसटीएफ व स्थानीय पुलिस के सहयोग से उतराखंड से गिरफ्तार किया गया. रंजीत चौधरी तथा बुटन चौधरी के बीच लगातार गैंगवार की घटना घटी है. जिसमें दर्जनों लाशें गिर चुकी हैं. कई दशक से रंजीत चौधरी के गुर्गे राजधानी पटना समेत झारखंड के अलावा भोजपुर में कई संगीन घटना को अंजाम दे चुके हैं. वर्तमान में वह बड़े पैमाने पर भू माफिया की भी रंगदारी वसूली तथा कंटेक्ट क्लिंग से भी जुड़ा है. एसटीएफ द्वारा उसकी गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी चलायी जा रही थी, लेकिन वह लुकाछुपी के खेल में वह बराबर भागने में सफल रहा था. लेकिन उतराखंड के ऋषिकेश से गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ व भेाजपुर पुलिस ने राहत की सांस ली है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है