मौसम का सबसे ठंडा दिन रहा मंगलवार
अस्पतालों में मरीजों की बढ़ी भीड़, बाजार में दिख रहा सन्नाटा
आरा.
मंगलवार जिले के लिए मौसम का सबसे ठंडा दिन महसूस किया गया. पूरे दिन हाड़ कंपा देनेवाली ठंड से लोग परेशान रहे. जिले का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. जबकि अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. हालांकि इतने तापमान के बाद भी ठंड का आलम यह था कि लोग कांप रहे थे. गर्म कपड़ों के लिबास में ही लोग बाहर निकल पा रहे थे.कोहरे की जगह टपक रहा था पानी :
सोमवार को अच्छी धूप से लोगों ने राहत महसूस की थी, पर मंगलवार को लोगों के आशा पर पानी फिर गया. पूरे दिन पछुआ हवा के रूप में पानी बह रहा था. अधिकांश लोग घरों में ही दूबके रहे. मजबूरी में आवश्यक कार्य को लेकर ही लोग बाहर निकाल पाये. सुबह में कोहरे की स्थिति ऐसी थी कि पानी टपक रहा था. किसी भी पेड़ के नीचे हल्की वर्षा वाली स्थिति बन रही थी.सड़कें भी कोहरे के रूप में पानी से काफी भीग गई थी. सड़कों पर चलने में लोग भींग जा रहे थे.ओस की बूंदे हर तरफ टपक रही थी.मरीजों के लिए परेशानी का रहा दिन:
मरीजों के लिए परेशानी का दिन रहा. दमा, हृदय रोग जैसी बीमारियों के मरीज पूरे दिन परेशान रहे. इस तरह के ठंड में उनके लिए खतरनाक स्थिति बन रही थी. अधिकांश लोग सर्दी जुकाम से परेशान हो रहे. खांसी का भी असर काफी हो रहा है. ठंड से बूढ़ों को काफी परेशानी हो रही है. ब्रेन हेमरेज, जुकाम, निमोनिया, जोड़ों में दर्द, अर्थराइटिस, अस्थमा ,कान में दर्द, दांतों में दर्द ,ब्लड प्रेशर आदि बीमारियों से लोग ग्रसित हो सकते हैं तथा उन्हें परेशानी हो सकती है. भीड़भाड़ की स्थिति रही काफी कम : लोगों एवं ग्राहकों से गुलजार रहनेवाले बाजारों में भीड़भाड़ की स्थिति काफी कम रही. ग्रामीण क्षेत्र से लोग शहर नहीं पहुंच पाये. सड़कों पर उपस्थिति काफी कम दिखाई दे रही थी. इससे दुकानदारों में काफी मायूसी की स्थिति रही. खरीदारी काफी कम हो रही है. दुकानदार ग्राहकों के इंतजार में बैठे रह रहे हैं, पर पूरे दिन काफी कम संख्या में ग्राहक दुकानों में खरीदारी को लेकर पहुंच रहे हैं.अभी और ठंड बढ़ने की है संभावना :
जिले में अभी और ठंड बढ़ने की संभावना है. तापमान में गिरावट हो सकती है. इससे और भी परेशानी लोगों को झेलनी पड़ेगी.जल्द बंद हो गई दुकानें ,सड़के हो गई खाली :
ठंड की स्थिति ऐसी थी कि सवेरे ही लोग अपने घरों को लौट पड़े. कार्यालय में काम करने वाले भी काम निपटाकर घरों को लौट पड़े. दुकान भी जल्द ही बंद हो गई.इस कारण शाम होते-होते सड़के सुनसान पड़ गई. लोग सड़कों पर दिखाई नहीं दे रहे थे.सभी जल्दबाजी में घर को लौटना चाह रहे थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है