व्यवहार न्यायालय के कर्मचारियों ने की अनिश्चितकालीन हड़ताल

चार सूत्री मांगों को लेकर गये हड़ताल पर, कोर्ट में काम रहा बाधित

By Prabhat Khabar News Desk | January 16, 2025 10:14 PM

आरा.

बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल के आवाहन पर जिला शाखा भोजपुर व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुशील कुमार राय के नेतृत्व में समस्त कर्मचारियों ने सिविल कोर्ट परिसर स्थित धरनास्थल पर शांति पूर्वक बैठकर अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल शुरू की. बता दें कि इजिलास के बाहर सन्नाटा रहा. कोर्ट में न्यायिक कार्य नहीं हुआ. पकड़ाये बंदी का रिमांड भी नहीं हुआ. संघ के अध्यक्ष ने कहा कि यह हड़ताल बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राजेश्वर तिवारी के आह्वान पर पूरे बिहार के व्यवहार न्यायालय के कर्मचारी चार सूत्री बेहतर वेतनमान, पदोन्नति, शत प्रतिशत अनुकंपा पर बहाली और विशेष न्यायिक कैडर की मांग पूरा नहीं होने के विरोध में है. इसे सफल बनाने के लिए सभी कर्मचारियों ने एकजुटता का परिचय दिया. उन्होंने कहा कि 1985 में माननीय उच्च न्यायालय के सहायक, सचिवालय सहायक और व्यवहार न्यायालय के सहायक का शैक्षणिक योग्यता मैट्रिक से स्नातक किया गया और तभी से उच्च न्यायालय सहायक और सचिवालय सहायक का वेतनमान ग्रेजुएट स्केल कर दिया गया, लेकिन व्यवहार न्यायालय के सहायक का वेतनमान नहीं बढ़ाया गया. जिलाध्यक्ष ने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होती हैं, हड़ताल जारी रहेगी. बैठक में शामिल मीडिया प्रभारी-सह -प्रवक्ता अजय शंकर ने कहा कि न्यायिक कर्मचारियों के प्रति सरकार के इस सौतेलापूर्ण रवैया के प्रति हरेक कर्मचारी में आक्रोश है. जिला मंत्री बसावन राम ने कहा कि यह हमारी मांग नहीं है, बल्कि सारे कर्मचारी का वास्तविक हक है. सुभाष सिंह ने बताया कि हम न्याय के मंदिर में काम करते हैं, लेकिन यह बड़ी शर्म की बात है कि हमारे साथ विगत 30 वर्षों से अन्याय हो रहा है. हड़ताल के धरना स्थल पर वेदांशु, अमित, रंजन, मनोज, किशोर, नेहा, अलीशा, अम्बुज, विकाश, नंदन मिश्रा, सत्यम, सन्दीप, विरजू समेत न्यायिक कर्मचारी गण व अधिवक्ता उपस्थित थे.

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