बालू खनन माफिया सत्येंद्र पांडेय और उसका पुत्र नीरज पांडेय पटना में गिरफ्तार

'पांडेय गिरोह' चलानेवाले पिता-पुत्र के विरुद्ध कोईलवर थाने में दो दर्जन से अधिक मामले हैं दर्ज

By Prabhat Khabar News Desk | November 3, 2024 10:22 PM

कोईलवर.

बिहार पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने भोजपुर जिले के अवैध बालू खनन माफिया एवं कुख्यात वांछित अपराधी सत्येंद्र पांडेय एवं उसके पुत्र नीरज पांडेय को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों पिता-पुत्र ””””पांडेय गिरोह”””” के नाम से अवैध बालू खनन का बड़ा नेटवर्क चलाते हैं. इनके खिलाफ भोजपुर के कोईलवर थाने में दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. बिहार एसटीएफ की विशेष टीम और पटना जिला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में इन दोनों को पटना के रूपसपुर थाना इलाके में छापेमारी कर गिरफ्तार किया गया. बिहार पुलिस के मुताबिक उक्त अपराधियों ने अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर मई 2024 में अवैध बालू खनन में हुई वर्चस्व की लड़ाई में सारण के विकास महतो और सुदर्शन राय की हत्या कर दी थी. सत्येंद्र पांडेय ””””पांडेय गिरोह”””” का सरगना है, जबकि उसका पुत्र नीरज पांडेय इस गिरोह का सक्रिय सदस्य है. एसटीएफ के मुताबिक भोजपुर जिले के कोईलवर थाने में सत्येंद्र पांडेय के खिलाफ हत्या, रंगदारी एवं आर्म्स एक्ट सहित कुल 15 कांड, जबकि नीरज पांडेय के विरुद्ध कुल 11 कांड दर्ज हैं. क्या था मामला : कोईलवर. दो मई,2024 की अहले सुबह कोईलवर थाना क्षेत्र का बालू का वासेपुर कहा जानेवाला सोन का दियारा गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा था. एक मई की देर रात से ही हो रहे छिटपुट गोलीबारी के बीच दो मई की अहले सुबह तक दियारा इलाका पूरी तरह रणक्षेत्र में बदल गया. सैकड़ों राउंड की फायरिंग के बाद जब मामला थमा, तो उस गोलीबारी में आधा दर्जन लाशें बिछने की बात जंगल में आग की तरह फैलने लगी. इधर घटना की सूचना जैसे ही पुलिस को लगी. आनन-फानन में कोईलवर थानाध्यक्ष दलबल के साथ घटनास्थल की ओर दौड़े. दो मई की भोर होते होते जख्मियों और मृतकों को खपाया जाने लगा. हालांकि इसी बीच गुरुवार भोर चार बजे के करीब एक जख्मी सदर अस्पताल पहुंचा, जिसके बाद घटना की भयावहता का पता चला. इसके बाद कोईलवर पुलिस दो शवों को लेकर सदर अस्पताल पहुंची, जहां दोनों का पोस्टमार्टम कराया गया. वहीं गोली लगने से जख्मी युवक को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया. आपसी वर्चस्व में चली गोली में दो की मौत की हुई थी पुष्टि : कोईलवर थाना क्षेत्र के कमालुचक-पचरुखिया दियारा इलाके में सोन नदी से हो रहे अवैध उत्खनन पर अपने-अपने वर्चस्व को लेकर हुए इस गोलीबारी में दो लोगों के मौत और एक के जख्मी होने की पुष्टि पुलिस ने की थी. हालांकि अपुष्ट सूत्र आधा दर्जन लाशें बिछने की बात कर रहे थे. साथ ही घटना के बाद लाश खपाने की बात भी सामने आयी थी. वहीं घायलों का इलाज सारण और पटना जिले में कराये जाने की बात भी इलाके में चर्चा रही थी. तब तत्कालीन एसपी नीरज कुमार ने बताया था कि एक मई की देर रात गुड्डू राय और कुख्यात सतेंद्र पांडेय गिरोह के बीच पचरुखिया और कमालुचक दियारे के बालू घाटों पर अवैध खनन में वर्चस्व बनाने को लेकर गोलीबारी हुई, जिसमें गदहिया घाट के समीप दो बालू मजदूरों की मौत हो गयी. जबकि एक गंभीर रूप से जख्मी हो गया. दोनों मृतक सारण जिले के डोरीगंज थाना क्षेत्र के चकिया गांव के निवासी हैं. जख्मी भी चकिया गांव का ही पुर्नवासी महतो बताया गया है, जिसका इलाज पीएमसीएच में हो रहा है. मृतकों की पहचान डोरीगंज के चकिया निवासी हुंगी महतो के 22 वर्षीय पुत्र विकास महतो और तुलसी राय के 40 वर्षीय पुत्र सुदर्शन राय के रूप में की गयी है.

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