कोईलवर.
कोईलवर थाना क्षेत्र के मानाचक दियारा में स्थित कचरा निस्तारण संयंत्र से 21 सितंबर को हुई लूटपाट और इस दौरान वहां सुरक्षा में तैनात सशस्त्र सुरक्षा गार्ड की दोनाली बंदूक और लगभग दो दर्जन कारतूस लूट मामले में पुलिस ने हथियार और कारतूस को बरामद करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है. घटना की जानकारी देते हुए सदर एसडीपीओ-2 रंजीत कुमार सिंह ने बताया के मेरे नेतृत्व में कोईलवर थाना के अपर थानाध्यक्ष सुभाष मंडल, प्रपुअनि मुकेश कुमार तथा सशस्त्र बलों के साथ डीआइयू की टीम ने कार्रवाई करते हुए लूटे हुए हथियार और गोली को बरामद कर लिया है. कोईलवर थाना के अपर थानाध्यक्ष सुभाष कुमार मंडल ने बताया कि 21 सितंबर की देर रात 11 बजे सूचना मिली कि जमालपुर के पास मानाचक दियारा में स्थित कचरा निस्तारण संयंत्र कंपनी में 20-22 के संख्या में रहे अपराधियों ने लूटपाट की है. लूटपाट के दौरान ही वहां बक्से में रखे सुरक्षा गार्ड की दोनाली बंदूक और लगभग ढाई दर्जन कारतूस भी लूट ले गये हैं. इधर घटना की सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी गयी, जिसके बाद पुलिस कप्तान ने सदर एसडीपीओ-2 रंजीत कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया. पुलिस टीम को डीआइयू की टीम को जोड़ा गया. घटना के बाद हरकत में आयी छापेमारी टीम ने देर रात से ही तकनीकी सूचना एवं आसूचना के आधार पर जानकारी जुटाने का काम शुरू कर दी. इसी बीच तकनीकी सूचना के आधार पर 22-23 सितंबर की मध्य रात्रि एक अपराधी मानाचक का रहनेवाला लगन राय के पुत्र धर्मेंद्र कुमार को पकड़ा गया. पकड़े गये अपराधी के निशानदेही पर ही मानाचक गांव के बांध के समीप झाड़ियों से लूटे गये दोनाली बंदूक और 21 कारतूस को बरामद किया गया. इधर पकड़े गये अपराधी को जब थाने लाकर कड़ाई से पूछताछ की गयी, तो उसने घटना में शामिल अन्य अपराधियों के भी नाम बताये, जिसके बाद 23 सितंबर सोमवार की सुबह कोईलवर थाना क्षेत्र के ही महुई बलहा गांव से एक अन्य अपराधी अशोक शर्मा के पुत्र विकास शर्मा को उसके घर से ही दबोच लिया गया. इधर इस संबंध में पत्रकारों से बात करते हुए पुलिस कप्तान ने बताया कि 21 सितंबर की देर रात्रि कचरा निस्तारण संयंत्र में लूटपाट के दौरान वहां के सुरक्षाकर्मी सुनील सिंह से लूटी गयी दोनाली बंदूक और कारतूस पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जब्त कर लिया है. साथ ही इस अपराध में शामिल दो अपराधियों को भी पकड़ा गया है. दोनों अपराधी पूर्व से हिस्ट्रीशीटर हैं. इनपर पहले से आर्म्स एक्ट, एससी-एसटी समेत अन्य मामलों में कोईलवर थाने में प्राथमिकी दर्ज है. उन्होंने बताया कि छानबीन में यह भी बात सामने आयी है की घटना के वक्त दो दर्जन के करीब अपराधी इस घटना में शामिल थे. सभी पेशेवर अपराधी हैं और हथियारों से लैस होकर सोन नदी में अवैध बालू का उत्खनन करनेवाले नाव वालों से रंगदारी वसूलते हैं और इस गिरोह पर लगभग आधा दर्जन मामले दर्ज हैं. इस घटना के बाद उनका पर्दाफाश हो गया है. घटना में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी और गिरोह का समूल नाश करने की कोशिश में टीम लगातार लगी हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है