दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना के विरोध में हंगामा
आरोपित को फांसी की सजा दिलाने की मांग कर रहे थे आक्रोशित लोग
आरा.
शहर के टाउन थाना क्षेत्र के एक मुहल्ले में सोमवार की रात मुहल्ले के ही रिश्ते में लग रहे चाचा द्वारा अपने घर बुलाकर मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करने व उसकी निर्मम तरीके से हत्या करने की घटना को लेकर स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क उठा. इसके बाद लोगों ने मंगलवार की सुबह धरहरा चौकी के समीप मुआवजे व मृत बच्ची के घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग को लेकर उसके शव को सड़क के बीच रखकर जाम कर दिया.सड़क जाम के दौरान उनके द्वारा टायर जलाकर आगजनी भी की गयी. गुस्साये लोगों द्वारा करीब चार घंटे तक सड़क को जाम रखा गया. जाम होने के कारण सड़क की दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं एवं आवागमन पूरी तरह ठप रहा. उधर सड़क जाम की सूचना पाकर स्थानीय थाना पुलिस फौरन मौके पर पहुंची और लोगों को समझाने-बुझाने लगी.
पुलिस के काफी मशक्कत करने के बाद लोगों को समझा- बुझाकर जाम को हटवाया, जिसके बाद परिचालन शुरू हो पाया. इधर प्रदर्शन में शामिल अधिवक्ता श्याम बिहारी चौधरी ने जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन से मुआवजे में 50 लाख रुपये, मृत बच्ची के घर में सरकारी नौकरी देने की मांग की है.छात्रा की मां के बयान पर प्राथमिकी दर्ज :
वहीं, मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या करने के मामले में प्राथमिक की दर्ज कर ली गयी है. मृत बच्ची की मां के बयान पर उसी मुहल्ले के निवासी नारायण साह उर्फ वकील साह के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है. दर्ज प्राथमिकी में मृत बच्ची के मां के द्वारा कहा गया कि सोमवार की शाम पांच बजे उनकी बेटी मुहल्ले में ही स्थित आटे की दुकान पर आटा लाने गयी थी. आटा लेकर जब वह घर वापस आयी और उनसे बोली की मैं नारायण साह उर्फ वकील साह के घर जा रही हूं. काफी समय तक जब वह घर वापस नहीं लौटी, तो वे लोग नारायण साह उर्फ वकील साह के घर गये और पूछा कि उनकी बेटी वहां आयी है, तो नारायण साह उर्फ वकील साह ने घबराहट से बोला कि नहीं आपकी बेटी मेरे यहां नहीं आयी है. इसके बाद उन लोगों द्वारा मुहल्ले के कई घरों में उसकी खोजबीन की गयी, लेकिन वह नहीं मिली. नारायण साह उर्फ वकील साह के घबराये हुए चेहरे से उन लोगों को शक होने के कारण जब उसके घर दोबारा जाकर जबरदस्ती उसके घर में खोजने लगे, तो वे लोग उसके घर के आंगन के अंतिम वाले कमरे में जाकर देखा कि उनकी बेटी चौकी के नीचे पड़ी हुई है. इसके बाद उन लोगों द्वारा अपनी बेटी को नीचे से निकाला और उसके घर के दरवाजे की सीढ़ी पर रख दिया. फिर रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गये, जिसके बाद आक्रोशित लोगों ने नारायण साह उर्फ वकील साह की जमकर पिटाई कर दी. वहीं मृत बच्ची की मां के द्वारा अपनी बेटी खुशी कुमारी के साथ दुष्कर्म करने, मुंह व गला दबाकर हत्या करने तथा साक्ष्य छुपाने का भी आरोप लगाया है. उधर इसके अलावा उन्होंने प्रशासन द्वारा स्पीडी ट्रायल चलाकर तत्काल आरोपित को फांसी की सजा दिलवाने की भी मांग की है.बच्ची से दुष्कर्म व हत्या की निंदा, मुआवजा की मांग :
धरहरा की नौ वर्षीया पांचवीं क्लास की छात्रा के साथ दुष्कर्म करने और जान से मार देने को लेकर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक राम के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल पीड़ित परिवार के घर जाकर घटना की जानकारी ली.अशोक राम ने घटना की तीव्र भर्त्सना करते हुए बिहार सरकार से पीड़ित परिवार के लिए उचित मुआवजे की मांग करते हुए कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार की बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ का नारा पूरी तरह विफल है. बिहार में बेटियां अपने आप को कही भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है. राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गयी है. अपराधी बेलगाम हो चुके हैं. सूबे के मुखिया गहरी निंद्रा में हैं. जिलाध्यक्ष अशोक राम ने बिहार सरकार से मांग की कि दोषी व्यक्ति को अविलंब गिरफ्तार करते हुए स्पीडी ट्रायल के माध्यम से फांसी की सजा सुनिश्चित की जाये, ताकि पीड़ित आत्मा को शांति मिल सके.
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