आरा.
नगर में दुर्गा पूजा को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह का माहौल है. पट खुलने के पहले भी लोग पंडालों के पास पहुंचकर दर्शन कर रहे हैं. श्रद्धालुओं के बीच यह चर्चा का विषय है कि कौन पंडाल सबसे अधिक ऊंचा एवं सुंदर है. कौन पंडाल किस तरह का बनाया जा रहा है.कारीगर लगातार कर रहे हैं काम :
शहर के सभी दुर्गा पूजा पंडाल लगभग पूरा हो चुके हैं. उनकी सुंदरता देखते ही बन रही है. हालांकि झरोखा आदि को लेकर लगातार काम हो रहा है. सभी कारीगर काफी जोश से इस काम को कर रहे हैं. पूजा समितियों के अध्यक्ष एवं कारीगरों ने बताया कि सजाने का जो भी काम बचा है, उसे मंगलवार की रात में पूरा कर लिया गया. पूरी रात हम लोग काम किये.37 लाख की लागत से बन रहा है सरकारी बस स्टैंड में पूजा पंडाल : स्टेशन के पास सरकारी बस स्टैंड में 37 लाख की लागत से पूजा पंडाल बन रहा है. इस पंडाल को बनारस के स्वर्वेद महामंदिर के आधार पर निर्माण बनाया गया है. पूजा समिति के अध्यक्ष भोलू सिंह ने बताया कि इसमें 25 से अधिक कारीगर लगे हैं. उन्होंने कहा कि 100 से अधिक वालंटियर हैं. महिलाओं के लिए अलग प्रवेश द्वार एवं निकास द्वारा तथा पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग प्रवेश द्वार एवं निकास द्वारा बनाये गये हैं. पंडाल से 100 मीटर की दूरी तक दोनों तरफ प्रकाश की व्यवस्था रहेगी. पंडाल की ऊंचाई लगभग 80 फुट की है तथा चौड़ाई लगभग 40 फुट की है. निर्माण का खर्च सभी सदस्य आपस में मिलकर तथा समाज से सहयोग लेकर कर रहे हैं. श्रद्धालुओं के लिए मां दुर्गा का पट शाम 6:30 से 7:00 बजे के बीच खोला जायेगा. पुराने होमगार्ड ऑफिस में श्रद्धालु करेंगे मैसूर पैलेस का दर्शन : शहर के कतीरा स्थित पुराने होमगार्ड ऑफिस में मां दुर्गा के भक्तगण पंडाल के रूप में मैसूर पैलेस का दर्शन करेंगे. इसे काफी भव्य तरीके से बनाया जा रहा है. वहीं मां दुर्गा की प्रतिमाएं भी काफी आकर्षक ढंग से बनायी गयी हैं. श्रद्धालुओं को निश्चित रूप से अपने तरफ आकर्षित करेगी. इसके निर्माण पर 13 लख रुपये की राशि खर्च की जा रही है. पूजा पंडाल की व्यवस्था एवं निर्माण के लिए अध्यक्ष चंदन कुमार के अलावे 50 से अधिक सदस्य कार्यरत हैं, जो दिन रात इसकी सफलता के लिए कार्य कर रहे हैं. पंडाल के पास विशिष्ट अतिथियों के लिए अलग से जगह बनायी गयी है. वहीं, महिला श्रद्धालुओं के लिए पंडाल में मां दुर्गा के दर्शन को लेकर अलग प्रवेश एवं निकास द्वारा बनाया गया है. वहीं, पुरुष श्रद्धालुओं के लिए भी अलग प्रवेश द्वार एवं निकास द्वारा बनाया गया है.
पंडाल के 100 मीटर से अधिक दूरी तक सड़क की दोनों किनारे प्रकाश की व्यवस्था रहेगी. श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की व्यवस्था भी रहेगी. मां दुर्गा का पट दोपहर 12:00 बजे से 1:00 बजे के बीच में खोला जायेगा. पंडाल की ऊंचाई लगभग 60 फुट एवं चौड़ाई लगभग 30 फुट की हैबाजार समिति के पास ईरान के प्रिंस पैलेस का दर्शन करेंगे श्रद्धालु :
शहर के बाजार समिति के पास ईरान के प्रिंस पैलेस का दर्शन मां दुर्गा के पंडाल के रूप में श्रद्धालु करेंगे. इसके लिए अध्यक्ष अमर यादव के नेतृत्व में 100 से अधिक वालंटियर कार्य कर रहे हैं. वहीं, 20 से अधिक कारीगर कार्य कर रहे हैं. लगभग 15 लाख की लागत से पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है. पंडाल के दोनों तरफ 50 फुट से अधिक दूरी में प्रकाश की व्यवस्था की गयी है, ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं हो. दोपहर 12:00 बजे से 1:00 के बीच श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए मां दुर्गा का पट खोला जायेगा. झाड़ फानूस लगाने का कार्य काफी तेजी से हो रहा है. कृषि भवन के पास श्रद्धालु मां दुर्गा की पूजा को लेकर : टाइटेनिक पंडाल का दर्शन मां के भक्त करेंगे पंडाल पूरी तरह तैयार हो चुका है. पंडाल का आधार नाव है. पूजा समिति के अध्यक्ष निकेत सिंह हैं. समिति में 40 सदस्य कार्यरत हैं निर्माण का खर्च समिति के स्थाई सदस्यों के द्वारा निजी सहयोग के साथ समाज का सहयोग लेकर भी किया जा रहा है पूजा पंडाल के 40 फीट की दूरी में सड़क की दोनों किनारे प्रकाश की व्यवस्था रहेगी जिससे श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी नहीं. लगभग 10 कारीगर पंडाल निर्माण में लगे हुए हैं दोपहर तक श्रद्धालुओं के लिए मां दुर्गा का पट खोला जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है