अंकित हत्याकांड में दो आरोपित किये गये गिरफ्तार, पुलिस ने तीन बाइकों को पकड़ा
जगदीशपुर थाना क्षेत्र के घाघा रोड से 25 सितंबर को मिला था अंकित का शव
जगदीशपुर.
25 सितंबर को जगदीशपुर थाना क्षेत्र के घाघा रोड में एक युवक का शव बरामद किया गया था. मृतक की पहचान जिले के गजराजगंज ओपी क्षेत्र के विशुनपुर गांव निवासी कवि तिवारी के 24 वर्षीय पुत्र अंकित आदित्य तिवारी के रूप हुई थी. इस मामले में पुलिस ने मंगलवार को खुलासा करते हुए हत्याकांड में शामिल दो अभियुक्तों नरेंद्र सिंह उर्फ फन्टुस, पिता-निर्मल सिंह उर्फ निर्मल महतो, ग्राम-पकड़ीयावर, थाना-उदवंतनगर तथा उसके निशानदेही पर प्रकाश कुमार, पिता सुरेंद्र शर्मा, अनाइट, थाना-आरा नवादा को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए जगदीशपुर एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह ने जगदीशपुर थाने में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 24 सितंबर को घर से गायब युवक का शव 25 सितंबर को जगदीशपुर थाना क्षेत्र के दुल्हीनगंज घाघा रोड पर राइस मिल ट्यूबवेल के पास से बरामद किया गया था. इस संबंध में मृतक के परिजनों ने अंकित के दोस्तों पर हत्या का आरोप लगाया था. इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी थी. मृतक के चाचा अनिल कुमार तिवारी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि आरा शहर के विभिन्न जगहों के नामजद आरोपितों ने उनके भतीजे गजराजगंज ओपी क्षेत्र के बिशनपुरा गांव निवासी कवि तिवारी के 24 वर्षीय पुत्र अंकित आदित्य तिवारी को घर से बुलाकर ले गये और हत्या कर फेंक दिया. अंकित वर्तमान में नवादा थाना क्षेत्र के चंदवा हाउसिंग कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहता था. इस संबंध में मृतक के चाचा अनिल कुमार तिवारी के बयान पर जगदीशपुर थाना में चार नामजद और दो अज्ञात पर एफआइआर दर्ज करायी थी. अंकित अपने मां-बाप का इकलौता पुत्र था और उसकी एक बहन है. इस घटना को पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता से लेते हुए इस कांड में संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए जगदीशपुर थानाध्यक्ष के नेतृत्व में अन्य पुलिस पदाधिकारियों एवं थाना के सशस्त्र बलों तथा डीआइयू टीम के साथ एक विशेष टीम का गठन किया गया. उक्त गठित टीम ने कांड के अनुसंधान के क्रम में तकनीकी सूचना एवं गुप्त सूचना के आधार पर हत्याकांड में शामिल दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया. साथ में तीन मोटरसाइकिलें भी बरामद की है.इस घटना में शामिल अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार पुलिस छापेमारी कर रही है. एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया में यह मामला पैसे के लेने देन को लेकर हुआ है. एसडीपीओ ने बताया कि वैसे सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद यह हत्या का मामला स्पष्ट हो जायेगा.
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