आरा.
व्यवसायी संघ आरा नगर की एक बैठक स्टेशन रोड में अवस्थित कृष्ण चेतना समिति के सभागार में हुई. अध्यक्षता नगर सचिव बबलू गुप्ता ने की. बैठक में नगर निगम की तानाशाही रवैये के खिलाफ एवं दुकानों के किराये में मौखिक आदेश पर वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए 21 दिसबंर को नगर निगम के खिलाफ धरना देने का निर्णय लिया गया. बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि नगर आयुक्त की तानाशाही रवैये से दुकानदार तंग व तबाह है. ये ऐसे नगर आयुक्त जो बोर्ड के फैसले को भी ताख पर रख कर गैर कानूनी रूप से अपना फैसला थोपना चाहते हैं. वक्ताओं ने कहा कि 2012 से दुकानों के किराये में 25 प्रतिशत की वृद्धि करना चाहते हैं. जबकि निगम की बोर्ड ने 2012 में ही सर्व सम्मति से 7 प्रतिशत किराया बढ़ाया था, जिसे दुकानदार आज भी दे रहे हैं, लेकिन नगर आयुक्त एक ही मुर्गे को बार-बार हलाल करना चाहते हैं. जब 2012 में सात प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गयी है तो फिर 25 प्रतिशत की बढ़ातरी कैसे होगी. बैठक में सभी दुकानदारों ने सर्व सम्मति से 21 दिसंबर को नगर आयुक्त के खिलाफ जेपी स्मारक पर धरना देने का निर्णय लिया. बैठक में संघ के जिला सचिव राजनाथ राम, उपाध्यक्ष राजेंद्र यादव, मो अब्दुल वहाब, नंद किशोर प्रसाद, अशोक प्रसाद, जितेंद्र सिंह, राजू प्रसाद, रामविनय सिंह, बालमुकूंद चौधरी, हरिशंकर कुमार, रंजीत राठौर, अशोक कुमार सहित सैकड़ों दुकानदार शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है