आरा.
नगर में सड़कों की हालत खस्ता हो गयी है. जगह-जगह टूटी सड़कों पर चलने में परेशानी हो रही है. जानकारों की मानें तो निर्माण में गुणवत्ता में काफी कमी के कारण सड़कें अधिक दिन तक नहीं चल पा रही हैं. एक वर्ष के अंदर ही टूट जा रही हैं. इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. नगर की अधिकांश सड़कों की दयनीय स्थिति है. जबकि सरकार का निर्देश है कि सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता की कमी नहीं होनी चाहिए. इसके बावजूद ऐसा नहीं हो पा रहा है.पानी निकासी की नहीं है व्यवस्था : सड़क निर्माण के नियमों में सबसे अहम मुद्दा सड़क पर से पानी निकासी की होती है. सड़कों का निर्माण इस तरह होना चाहिए कि सड़कों पर पानी नहीं टिक सके. दोनों तरफ पानी आसानी से निकल जाये, लेकिन शहर की किसी भी सड़क पर ऐसी व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण सड़कों पर पानी जमा होता है और टूट जाती हैं. स्थानीय लोग बताते हैं कि सड़कों की ढलाई के दौरान ठेकेदार के मुंशी के अलावे कोई भी उच्च स्तर का अधिकारी देखने के लिए नहीं आता है, जिससे प्राक्कलन के अनुसार सड़कों का निर्माण नहीं हो पा रहा. सड़क निर्माण के नियमों का नहीं किया जाता है पालन : सड़क निर्माण के लिए उपयोग किये जानेवाले सामान के निर्धारित अनुपात में काफी हेरफेर किया जाता है. उचित अनुपात में उनका मिश्रण नहीं बनाया जाता है एवं निर्माण में नहीं लगाया जाता है. यातायात में हो रही है परेशानी : सड़कों पर गड्ढा बन जाने के कारण इन सड़कों पर चलना मुश्किल हो रहा है. इससे आरा नगर की पहचान गड्ढों वाली शहर की बनते जा रही है. केजी रोड से नहर विभाग, प्रखंड सह अंचल कार्यालय, कृषि भवन से स्टेशन की सड़क काफी दयनीय स्थिति में आ गयी है. चंदवा मोड़ से न्यू पुलिस लाइन जाने वाली सड़क, चंदवा मोड़ से मौलाबाग जाने वाली सड़क एवं गिरजा मोड़ के पास सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे दिख रहे हैं. गाड़ियां हिचकोले खा रही हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है