लूट का विरोध करने पर हुई थी सीएसपी संचालक की हत्या

शूटर, लाइनर और अपराधियों को संरक्षक देनेवाले सहित पांच गिरफ्तार, लूटे गये रुपये बरामद

By Prabhat Khabar News Desk | February 6, 2025 10:41 PM

आरा.

बहोरनपुर में सीएसपी संचालक धर्मेंद्र कुमार राय की हत्या और लूटकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है. लूट के दौरान विरोध और हाथापाई करने पर सीएसपी संचालक की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. पुलिस ने घटना के शूटर, लाइनर और अपराधियों को संरक्षण देनेवाले सहित पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है. लूट गये चार लाख 10 हजार रुपये, घटना में इस्तेमाल दो पिस्टल और बाइक के अलावा मैगजीन और चार गोलियां भी बरामद की गयी हैं. गिरफ्तार अपराधियों में सिन्हा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव निवासी रवि पांडेय, सिन्हा निवासी गोलू प्रसाद, नगर थाना क्षेत्र के कसाब टोला निवासी मो. आमीर, बहोरनपुर थाना क्षेत्र के दामोदरपुर गांव निवासी सुजीत राय और बक्सर के कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के ढकाइच गांव निवासी आरती देवी शामिल हैं. अपराधियों को तकनीकी सूत्र और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बक्सर और आरा सहित विभिन्न जगहों से गिरफ्तार किया गया है. इनमें आरती देवी और रवि पांच भाई-बहन हैं. रवि पांडेय शूटर, सुजीत राय लाइनर, आरती देवी ने पैसे व हथियार छुपाने, जबकि गोलू प्रसाद ने संरक्षण दिया था. हालांकि अभी एक अन्य लाइनर की तलाश की जा रही है. एसपी राज की ओर से गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी गयी. उन्होंने बताया कि हत्या और लूट की घटना को गंभीरता से लेते हुए कांड के उद्भेदन, लूटे पैसे की बरामदगी और अपराधियों की गिरफ्तारी को एसआइटी का गठन किया गया था. अबतक के अनुसंधान और गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि उनका मुख्य उद्देश्य पैसे की लूट करना ही था, लेकिन सीएसपी संचालक द्वारा विरोध और हाथापाई करने के बाद रवि पांडेय द्वारा उन्हें गोली मार दी गयी थी. उसमें उनकी मौत हो गयी थी.

उसके लिए एसपी की ओर गठित एसआइटी में शामिल पुलिस कर्मियों को 48 घंटे तक लगातार छापेमारी करनी पड़ी. एसपी मिस्टर राज खुद अभियान की मॉनीटरिंग कर रहे थे. उन्होंने बताया कि घटना के बाद तत्काल सीसीटीवी फुटेज प्राप्त कर लिया गया और अपराधियों की पहचान की गयी. उसके बाद तकनीकी और मोबाइल सर्विलांस के जरिए लगातार छापेमारी की जाती रही. उसका नतीजा हुआ कि 48 घंटे के अंदर कांड का पूर्ण उद्भेदन कर लिया गया. एसपी ने बताया कि घटना के उद्भेदन में डीआइयू टीम और बहोरनपुर थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस कर्मियों का सराहनीय योगदान रहा है. सभी पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत किया जायेगा.

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