तेज रफ्तार ट्रक ने मोपेड सवार चार लोगों को कुचला, दूधमुंहे बच्चे और मां की मौत

कोईलवर थाना क्षेत्र के छोटका चंदा मोड़ के पास हुई घटना

By Prabhat Khabar News Desk | April 11, 2024 10:02 PM

कोईलवर. कोईलवर-डोरीगंज पथ पर कोईलवर थाना क्षेत्र के छोटका चंदा मोड़ पर एक तेज रफ्तार बालू लदे ट्रक ने सामने से आ रहे मोपेड सवार चार लोगों को कुचल दिया. इस घटना में मोपेड पर सवार एक दूधमुंहे बच्चे की जान मां के साथ घटनास्थल पर ही चली गयी. जबकि मोपेड चला रहे मृतका के पति और दो वर्षीय बड़ा बेटा जख्मी हो गये. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने कोईलवर-डोरीगंज पथ को जाम कर दिया और विरोध करने लगे. गुरुवार की सुबह के साढ़े 9 बजे के आसपास हुई इस दर्दनाक घटना के बाद तीन घंटे तक आवागमन बाधित रहा. मृतकों की पहचान पटना जिले के परसा थाने के सलालपुर निवासी धनंजय महतो की 35 वर्षीया पत्नी तेतरी देवी और उसका सात महीने का बच्चा करण के रूप में की गयी है. मृतका तेतरी देवी जिले के बड़हरा थाना क्षेत्र के रामशहर निवासी भोला महतो की पुत्री थी और अपने मायके रामशहर से परसा अपने ससुराल जा रही थी. इधर घटना के बाद एहतियातन कोईलवर थाने की पुलिस ने चांदी, गीधा और बड़हरा थाने की पुलिस के साथ मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली. वहीं, मामला बिगड़ता देख जिला बल, बीएमपी, क्यूआरटी समेत भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया. घटना की सूचना पर एसडीपीओ-2 भी घटनास्थल पर पहुंचे और आक्रोशितों को समझाने का प्रयास करने लगे, लेकिन आक्रोशित डीएम-एसपी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे, जिसके बाद दोपहर 12 बजे एएसपी परिचय कुमार और एसडीएम लाल ज्योतिनाथ शाहदेव पहुंचे और आक्रोशितों से मिलकर उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. इसके बाद सड़क जाम हटाया गया और आवागमन चालू कराया गया. ओवरटेक कर रहे ट्रक पर नहीं था नंबर : प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जिस ट्रक से घटना हुई है, वह ओवरटेक कर रहा था. उन्होंने बताया कि मनभावन से झलकुनगर मोड़ तक बालू लदे ट्रक दोनों लेन में खड़े थे. छोटका चंदा मोड़ पर जहां डिवाइडर कटा हुआ है, वहां दाहिने लेन से बाएं लेन में घुसने के लिए ट्रकों के बीच आपाधापी मची थी. इसी आपाधापी में बाएं लेन से आगे बढ़ रहे ट्रक ने दाहिने लेन से घूस रहे ट्रक से ओवरटेक करने के चक्कर में सामने से आ रही मोपेड को कुचल दिया, जिससे मोपेड पर सवार मां और दूधमुंहे बेटे की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. ईधर जिस ट्रक से घटना हुई है, उस ट्रक पर नंबर प्लेट भी नहीं था.सड़क जाम के दौरान कई बालू लदे ट्रक देखे गये जिनपर नंबर प्लेट या तो नहीं थे या उन्हें मिटा दिया गया था. शव उठाने की बात पर भड़के आक्रोशित : प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सुबह साढ़े 9 बजे के करीब जैसे ही घटना हुई और स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना हुई वह तत्परता दिखाते हुए घटनास्थल पर पहुंची और शवों को ठेले पर लाद कोईलवर पीएचसी ले गयी. जबकि जख्मी पिता-पुत्र को वहीं तड़पता हुआ छोड़ दिया. इसके बाद विरोध कर रहे परिजन और स्थानीय लोग और भड़क गये. उनका कहना था कि जहां धायलों को जल्दी अस्पताल पहुंचाना था, वहां विरोध को दबाने के लिए मृतकों के शव ही पुलिस ले भागी. विरोध के दौरान आक्रोशित बार बार शव को घटनास्थल पर लाने की मांग करते रहे. पुलिस पर बालू लदे ट्रकों से पैसे लेने का लगता रहा आरोप : घटना के बाद विरोध कर रहे लोग पुलिस पर बालू लदे ट्रकों से पैसे लेकर उन्हें पास कराने का आरोप लगाते रहे. उनका कहना था कि मनभावन मोड़ और झलकुनगर मोड़ पर तैनात पुलिस ट्रकों से पैसे लेकर उन्हें रांग साइड से आगे भेजती है. कोईलवर थाने पर आरोप लगाते हुए आक्रोशितों ने कहा कि थाने की गश्ती गाड़ी दिनभर इसी सड़क पर गश्त लगाती है. बावजूद बिना नंबर के सैकड़ों ट्रकों और ओवरलोड बालू लदे ट्रकों का धड़ल्ले से परिचालन होता है. इधर घटना के दौरान एएसपी परिचय कुमार, एसडीएम लाल ज्योतिनाथ शाहदेव, एसडीपीओ-2 रंजीत कुमार सिंह, सर्किल इंस्पेक्टर संजीव कुमार, कोईलवर थानाध्यक्ष नरोतमचंद्र, चांदी थानाध्यक्ष शैलेश कुमार, गीधा थानाध्यक्ष प्रियाशीला दलबल के साथ मौजूद थीं.

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