आरा.
कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के सोहरा गांव में मंगलवार की शाम हथियारबंद बदमाशों ने युवक की गोलियों से भूनकर उसकी हत्या कर दी. मृतक को काफी करीब से लगभग पांच गोलियां मारी गयी हैं. इलाज के लिए आरा के निजी अस्पताल लाने के दौरान उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. घटना को लेकर गांव में आसपास के इलाके में सनसनी मच गयी है. जानकारी के अनुसार मृतक कृष्णगढ़ थाना क्षेत्र के हेतमपुर गांव निवासी स्व.बैजनाथ सिंह का 37 वर्षीय पुत्र सुमित सिंह है. वह वर्तमान में नवादा थाना क्षेत्र केजी रोड मुहल्ले में अपना मकान बनाकर रहता था एवं स्टेशन रोड त्रिभुआनी कोठी के पास अपनी मोबाइल दुकान चलाता था. घटना की सूचना मिलते ही कृष्णागढ़ थानाध्यक्ष पवन एवं डीआइयू की टीम घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन में जुट गयी. पुलिस ने घटनास्थल से कुछ खोखा भी बरामद किया है. इसके बाद पुलिस द्वारा घटनास्थल पर एफएसएल की टीम को बुलाया गया. जिसके बाद टीम ने घटनास्थल से कई साक्ष्य को एकत्रित किया. उधर घटना की सूचना पाकर सदर एसडीपीओ-टू रंजीत कुमार सिंह, नवादा थानाध्यक्ष विपिन बिहारी, टाउन थानाध्यक्ष देवराज राय अतिरिक्त पुलिस बल के साथ आरा सदर अस्पताल पहुंचे और मृतक के परिजन से मिल घटना की जानकारी ली. वहीं, पुलिस के पहुंचते ही मृतक के परिजनों का आक्रोश भड़क उठा. इसके बाद आक्रोशित परिजन अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर आरा सदर अस्पताल परिसर के इमरजेंसी वार्ड में जमकर हंगामा किया. वह कहने लगे कि जब तक अपराधी पकड़े नहीं जायेंगे, तब तक हम लोग शव को यहां से नहीं हटायेंगे. इसे लेकर सदर अस्पताल में लोगों के बीच काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही. पुलिस के काफी मशक्कत करने के बाद परिजनों को समझा-बूझाकर उन्हें शांत कराया. इसके पश्चात पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया.मुखिया मोहन शर्मा और उनके दो बेटों पर परिजन लगा रहे आरोप :
वही इस मामले में सदर एसडीपीओ-टू रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि मृतक के परिजनों का औपचारिक बयान अभी नहीं आया है. अभी तक इन लोगों ने जिन पर आरोप लगाया है, वह गांव के ही मुखिया मोहन शर्मा और उनके दो बेटों सोनू शर्मा एवं संजय शर्मा है, जिससे मृतक के परिवार का आपस में विवाद चल रहा था. उसी विवाद को लेकर उनके द्वारा हत्या करने का आरोप लगाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और जल्दी उन्हें गिरफ्तार कर लिया जायेगा. इधर मृतक के चाचा अरुण सिंह ने बताया कि दो माह पूर्व वह सोहरा पंचायत के वर्तमान मुखिया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सोहरा गांव के लोगों से हस्ताक्षर करने गये थे, तभी वे लोग भी वहां आ गये और दोनों पक्ष के बीच मारपीट हुई थी, जिसके बाद दोनों पक्षों द्वारा स्थानीय थाना में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी थी. उसी को लेकर उनसे विवाद चला आ रहा है. उसी केस के सिलसिले में पूछताछ को लेकर चौकीदार द्वारा उन्हें बलुआ गांव बुलाया गया था. पूछताछ के बाद वे लोग घर वापस लौट रहे थे. लौटने के क्रम में मृतक के चाचा अरुण सिंह सोहरा बाजार पर रुक गये. इस बीच सोहरा गांव में वर्तमान मुखिया एवं उनके दो बेटों द्वारा उनके भतीजे को गोली मार दी गयी, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया. इसके बाद परिजन द्वारा उसे अनान-फानन में इलाज के लिए आरा शहर के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सक ने देख उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बावजूद परिजन अपनी संतुष्टि को लेकर उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लेके आए. वहां भी चिकित्सक ने देखा और उसे मृत घोषित कर दिया. बहरहाल पुलिस से अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है. जानकारी के अनुसार मृतक का आपराधिक इतिहास भी रहा है. मृतक पर हत्या एवं हत्या के प्रयास सहित करीब आधा दर्जन मामले दर्ज थे. बताया जाता है कि मृतक के परिवार में मां केस कुमारी देवी,पत्नी सुमन देवी व दो पुत्र नितिन एवं मुन्ना है. घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है. इस घटना के बाद मृतक की मां केसकुमारी देवी पत्नी सुमन देवी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है