तरारी बधार में लगी आग, 100 बीघे का गेहूं राख
अगलगी के घंटों बाद पहुंची दमकल की गाड़ियां, उसमें भी एक निकल गयी खराब
तरारी . तरारी बधार में गुरुवार की दोपहर अचानक आग धधक उठी. अगलगी की इस घटना में 100 बीघे से अधिक की गेहूं की फसल खेत में जलकर राख हो गयी. हालांकि आग पर काबू पाने के लिए सैकड़ों महिला और पुरुष ग्रामीण अथक प्रयास किये, लेकिन तेज हवा के आगे किसी की एक न चली और फसल जलकर राख हो गयी. अगलगी में किसानों को हजारों की क्षति हुई है. दर्जनों किसान तो नजरों के सामने अपनी सालों की आमदनी गेहूं की फसल को जलते देख रोते-रोते बदहाल हो गये. आग ऐसी धधकी की करथ रोड पार कर के गांव व घर को भी अपने आगोश में लेने लगी, लेकिन गांव की महिलाएं अपने घरों से बाहर निकल घरेलू मोटर चलाकर मोर्चा संभाल लिया. उधर गांव के पुरुष बधार में अत्यधिक आग फैलने से रोकने के लिए जद्दोजहद करने में दोपहर से शाम तक भीड़े रहे. ग्रामीणों द्वारा मोबाइल से बार-बार फोन करने के बावजूद स्थानीय सीओ और पुलिस फोन रिसीव नहीं कर रहे थे. बहुत देर बाद तरारी पुलिस द्वारा बताया गया अग्निशमन की एक छोटी गाड़ी है, जो सिकरहटा की तरफ चली गयी है. हारथक कर पीरो एसडीएम को सूचना दी गयी, तब सिकरहटा से एक छोटी दमकल आयी, लेकिन आते ही तकनीकी गड़बड़ी के कारण वह काम नहीं कर पायी. इधर आग के विकराल रूप से करथ-तरारी रोड पर चलनेवाले वाहनों में सवार यात्रियों भी दहशत पैदा हो गया था. उपस्थित सभी लोग लापरवाह स्थानीय प्रशासन को कोश रहे थे. करीब ढाई घंटे बाद पीरो से एक बड़ी व एक छोटी दमकल गाड़ी के साथ फायरब्रिगेड के जवानों के पहुंचने के बाद आग पर काबू पाया गया. जिप सदस्य जितेंद्र प्रताप सिंह, राजद प्रखंड अध्यक्ष लालबाबू सिंह, जाप नेता रितेश कुमार ने पीड़ित किसानों को आपदा राहत कोष से मुआवजा राशि मुहैया कराने की मांग की है.
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