फिर 42 डिग्री पहुंचा तापमान, लू चलने से सड़कें सुनसान, 10 दिनों तक राहत नहीं

आसमान से जमीन तक आग बरस रही है. हर तरफ त्राहिमाम की स्थिति है. सुबह से ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है. लोग जरूरी काम से ही घर से निकल रहे हैं. चल रही लू झेल पाना लोगों के लिए असंभव हो रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 18, 2024 10:47 PM
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आसमान से जमीन तक आग बरस रही है. हर तरफ त्राहिमाम की स्थिति है. सुबह से ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है. लोग जरूरी काम से ही घर से निकल रहे हैं. चल रही लू झेल पाना लोगों के लिए असंभव हो रहा है. विगत 10 दिनों से तापमान 41 से 43 डिग्री सेल्सियस तक रह रहा है. आगामी 10 दिनों तक गर्मी से राहत नहीं मिलने की उम्मीद जतायी जा रही है. तापमान 42 से 43 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.

शुक्रवार को जिले का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रहा, तो शनिवार को तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. इससे लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है. विशेष परिस्थितियों में ही लोग घर से निकल रहे हैं. इस कारण सड़कों पर काफी कम लोग दिखाई दे रहे हैं. वहीं सड़कों पर वाहन भी काफी कम दिखाई दे रहे हैं. हालात ऐसे हैं कि सरकारी कार्यालयों में भी काफी कम संख्या में लोग पहुंच रहे हैं.

ग्रामीण क्षेत्रों से कम संख्या में आरा पहुंच रहे हैं लोग : जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से काफी कम संख्या में लोग आरा पहुंच रहे हैं. कचहरी तथा कार्यालयों में भी अपने काम को लेकर काफी कम संख्या में लोग पहुंच रहे हैं.

अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या : जिले के सदर अस्पताल सहित अन्य सरकारी अस्पतालों, निजी क्लिनिकों, निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या गर्मी को लेकर काफी बढ़ गयी है. तेज गर्मी के कारण लोग कई तरह की बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं. इनमें लू लगना, हीट स्ट्रोक होने पर सिर में तेज दर्द, तेज बुखार, उल्टी, तेज सांस लेना, चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना या बेहोश हो जाना, यूरिन कम पास होना जैसे लक्षण आते हैं. सिविल सर्जन डॉ इला मिश्रा ने बताया कि अस्पताल के आउटडोर में लगभग 20 प्रतिशत मरीजों की संख्या बढ़ चुकी है.

डॉक्टर की मानें सलाह : डॉ मनोज कुमार रंजन ने बताया कि गर्मी में बहुत सावधान रहने की जरूरत है. अहले सुबह से 8:00 बजे तक तथा शाम 4:00 बजे के बाद ही घर से बाहर निकलें. भरपूर मात्रा में पानी पीएं. शरीर को डी हाइड्रेट नहीं होने दें. बच्चों पर विशेष ध्यान रखें. बुजुर्गों पर भी विशेष ध्यान रखें. बाहर निकलते समय छाता या सिर पर तौलिया रखकर ही बाहर निकलें. कभी भी खाली पेट बाहर ना निकलें. हाइड्रेट रहें और जहां तक हो खुद को ढक कर ही घर से बाहर जाएं.

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