Loading election data...

शिवालयों में उमड़े श्रद्धालु, लगते रहे जयकारे

सावन माह की तीसरी सोमवारी पर झूमते रहे बाबा के भक्त, कई जगहों पर हुए कार्यक्रम

By Prabhat Khabar News Desk | August 5, 2024 9:55 PM

आरा.

बाबा के भक्तों के लिए सावन का सोमवार काफी महत्वपूर्ण होता है. मान्यता है कि सोमवार को पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है. सावन माह की तरीसी सोमवार को अहले सुबह से ही शिव भक्तों ने स्नान कर मंदिरों का रुख कर दिया था और बाबा भोले पर जलाभिषेक अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए आशीर्वाद मांगा. सुबह से शुरू हुआ जलाभिषेक देर शाम तक शिवालयों में होता रहा. तीसरी सोमवारी पर भक्तों में काफी उत्साह देखने को मिला. शिव भक्तों की श्रद्धा देखते ही बन रही थी. वैदिक मंत्रोच्चार व घंट घंटे की ध्वनि से पूरा माहौल शिवमय हो गया था.

देवघर और बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ के साथ गुप्ता धाम के लिए हजारों भक्त हुए रवाना

: तीसरी सोमवारी पर शिवभक्त अपने गांव और मुहल्लों के शिवालयों में पूजा-अर्चना के साथ देवघर, बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ धाम सहित गुप्ता धाम के लिए रवाना हुए. इस दौरान आरा जंक्शन सहित बस पड़ाव में काफी संख्या में गेरुआ वस्त्र पहने श्रद्धालु जाते दिखायी दिये.

कई मंदिरों में भी पहुंच कर भक्तों ने किया जलाभिषेक :

दूसरी सोमवारी को लेकर कई मंदिरों में पहुंच कर भक्तों ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया. सड़क पर सज धज कर पूजा की थाल लिए शिवभक्त महिलाएं व पुरुष भगवान शिव की भक्ति में रमे हुए दिखाई दे रहे थे. काफी आकर्षक व मनोरम दृश्य उपस्थित हो रहा था.

कई मंदिरों में की गई थी विशेष व्यवस्था :

कई मंदिरों में व्यवस्थापकों तथा पुजारियों द्वारा विशेष व्यवस्था की गई थी. काफी संख्या में शिव भक्तों ने इस व्यवस्था के तहत भगवान शिव को अपनी श्रद्धा समर्पित की. कहीं रुद्राभिषेक तो कहीं किया जा रहा था मृत्युंजय जाप : घरों सहित मंदिरों में भी पूजा अर्चना की गई. श्रद्धा व मान्यता के तहत कई शिव भक्तों ने विद्वान पंडितों के माध्यम से रुद्राभिषेक कराया. वहीं कई शिव भक्तों ने मृत्युंजय जाप कराया. सावन में रुद्राभिषेक तथा मृत्युंजय जाप का काफी महत्व होता है.इससे हर तरफ अध्यात्मिक दृश्य उपस्थित हो रहा था. इस दौरान श्रद्धा एवं भक्ति का अनूठा संगम दिखाई दे रहा था.

एक-एक कर मंदिर में जाने की हुई थी व्यवस्था :

पातालेश्वर महादेव मंदिर सहित कई मंदिरों में एक-एक कर जाने की व्यवस्था बनायी गयी थी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी नहीं हो. सुगमता से भगवान शिव की आराधना कर सके. वहीं इस दौरान कई मंदिरों में भक्तिमय कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version