कोईलवर.
बालू लदे ट्रकों से लग रहे जाम से इलाके में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. जिले के पूर्वी छोर के पटना जिले और दक्षिणी छोर के अरवल से लेकर उत्तरी छोर के सारण तक बस जाम-ही-जाम है. हालत यह है कि लोगों को कोईलवर से छपरा और अरवल की डेढ़ घंटे की दूरी डेढ़ दिनों में तय करनी पड़ रही है. सड़क मार्ग से पटना जाने में तो लोगों की हालत खराब हो रही है. पिछले कई दिनों से लग रहे जाम से इलाके का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. इसी बीच पासिंग गिरोह भी पूरे लाव लश्कर के साथ सक्रिय हो गया है. मंगलवार की देर रात से धीरे-धीरे बढ़ा जाम बुधवार की सुबह तक विकराल हो गया. कोईलवर सोन नदी के सिक्सलेन पुल के सभी छह लेन बेतरतीब परिचालन की वजह से पैक हैं.डीजल, पेट्रोल और सब्जी तक पर आफत :
जाम का आलम ऐसा है कि स्थानीय बाजारों में जरूरत की चीजें भी नही पहुंच पा रही हैं. मंगलवार की देर रात तक कोईलवर इलाके के आधा दर्जन पेट्रोल पंप पर तेल नहीं था. मनभावन मोड़ के समीप के एक पेट्रोल पंप के मैनेजर से जब देर रात बात की गयी, तो उन्होंने बताया कि छह घंटा पहले पटना से निकला टैंकर रात 10 बजे तक बिहटा में आकर फंसा है. बताया कि भोजपुर जिले के दर्जन भर टैंकर हैं, जो जाम में फंसे हैं. इधर स्थानीय सब्जी दुकानदार जमाल और बंटी ने बताया कि पटना और आरा की मंडी से फल व सब्जी लाना दुष्कर कार्य हो गया है. सुबह के सात बजे पटना मंडी से निकल कर दोपहर साढ़े 12 बजे कोईलवर पहुंचा हूं. इधर मंगलवार को पटना जिले से आनेवाले बाएं लेन के पूरी तरह से जाम होने की वजह से सीमेंट, संतरा, प्याज और सब्जी लेकर दाहिने लेन से आ रहे ट्रकों और कंटेनरों का एमवीआइ ने मनभावन मोड़ के समीप 7500 रुपये का चालान काट दिया. चालान से गुस्साए चालकों ने बताया कि बायां लेन पूरी तरह जाम है, जिसमें तीन से चार लेन गाड़ियां रात रात भर बेतरतीब खड़ी हैं. ऐसे में दाहिने लेन से आना मजबूरी है. जाम में फंसने पर सारा कच्चा माल बर्बाद हो जायेगा. बावजूद इसके एमवीआइ ने चालान कर दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है