बड़हरा.
प्रखंड क्षेत्र में गंगा नदी के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि से प्रखंड के करीब डेढ़ दर्जन से अधिक गांंवों के बधार में बाढ़ का पानी घुस गया. वहीं नेकनामटोला पहुंच पथ और बखोरापुर लौहर पथ, केशोपुर-सरैंया मुख्य पथ पर पानी चढ़ जाने से आवागमन बंद हो गया. इधर, दुर्गटोला, फरहदा और दुर्ग टोला, गजियापुर पथ पर बाढ़ का पानी चढ़ने लगा है. हालांकि रविवार शाम तक चार चक्का वाहन और बाइक को आते-जाते देखा गया है. सोमवार से इस सड़क पर चलना मुश्किल हो जायेगा. गंगा नदी 11 अगस्त को सुबह आठ बजे 53.30 मीटर पर थी. शाम चार बजे 53.33 मीटर पर पहुंच गयी. रविवार शाम चार बजे तक गंगा नदी लाल निशान से 0.25 मीटर ऊपर बह रही थी. यह शिलशिला पिछले 31 जुलाई से जारी है. गंंगा नदी का जल स्तर खतरे का निशान 53.08 मीटर है. इस निशान से नदी 10 अगस्त को 8 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी. जलवृद्धि इसी तरह होती रही तो बड़हरा के निचले इलाके के मैदानी भाग में बाढ़ का पानी भर जायेगा. बाढ़ का पानी अभी तक दर्जन भर से अधिक गांवों के बधार के खड़ी फसल को बर्बाद कर दिया है. निचले जलग्रहण क्षेत्रों नेकनामटोला, केशोपुर, बखोरापुर, सरबु राय के टोला, जीवाराय के टोला, बड़का लौहर, दूबे छपरा, हाजीपुर, शिवपुर, ज्ञानपुर, सेमरिया, दुर्गटोला, लवकुशपुर, मिल्की, मोहनपुर करजा भुसौला, खवासपुर पंचायत के खखन के डेरा, कचहरी टोला, नवका टोला आदि विभिन्न गांवों के निचले जलग्रहण क्षेत्र के बधार में बाढ़ का पानी पहुंच गया है. प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ के पानी से फसलोंं व सब्जी के खेती को भारी नुकसान पहुंचा है. यदि इसी तरह जलवृद्धि होती रही तो ऊपरी इलाके में लगी खड़ी फसल मकई, मसुरिया, अरहर, धान समेत अन्य फसल बाढ़ की चपेट में आ जायेगी. बाढ़ का पानी सड़कोंं पर है पहुंचा : गंगा नदी जैसे ही खतरे के निशान के पास पहुंची, तो क्षेत्र के दो सड़कों पर बाढ़ का पानी बहने लगा. जिसमें बखोरापुर-फरना पथ पर 2 फीट पानी बढ़ने से सड़क बंद है. नेकनामटोला पहुंच पथ पर करीब तीन फुट, दुर्गटोला, फरहदा एक फीट, दुर्गटोला गजियापुर (भजन के इनार) के पास बाढ़ का पानी चढ़ गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है