उदवंंतनगर.
प्रखंड क्षेत्र की सोनपुरा पंचायत के कोहड़ा गांव में विशेष बिहार व सर्वेक्षण को लेकर ग्रामसभा आयोजित की गयी, जिसमें ग्रामीण जनता, जनप्रतिनिधि के साथ-साथ कानूनगो प्रिया कुमारी तथा अमीन श्रीकांत राज सहित अन्य उपस्थित थे. ग्रामसभा में सर्वे व चकबंदी के नक्शे पर दिनभर घमासान चलता रहा. रैयत जानना चाहते थे कि वर्तमान में चल रहे सर्वे कार्य में चकबंदी या सर्वे, कौन सा नक्शा मान्य होगा. कानूनगो प्रिया कुमारी ने बताया कि भले ही कोहड़ा में चक फाइनल हो गया है, लेकिन सर्वे कर्मियों को पुराने सर्वे का ही नक्शा मुहैया कराया गया है. कई भूधारियों ने अपनी जमीन के खतियान में अलग रकबा और नक्शा में अलग होने का मामला उठाया. रैयतों ने कहा कि जमीन विवाद के अधिकांश मामले इसी कारण से हैं. ग्रामसभा में पहुंचे विशेष सर्वेक्षण अमीन श्रीकांत राज ने विशेष सर्वेक्षण की विस्तृत जानकारी दी. मौके पर उपस्थित सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी गौरव मौर्य ने बताया कि नये सर्वेक्षण तकनीकी और प्रौद्योगिकी आधारित होगा, जो बिल्कुल पारदर्शी होगा. इसके आधार पर नया खतियान तैयार किया जायेगा. उन्होंने उपस्थित लोगों को कहा कि इस सर्वेक्षण में आप सबों से सहयोग की अपेक्षा रखता हूं. उन्होंने घोषणा प्रपत्र दो और वंशावली प्रपत्र तीन ए से संबंधित जानकारी भी दी. ग्रामसभा में रैयतों ने पूछे सवाल : बिहार विशेष सर्वेक्षण के तहत गांवों में ग्रामसभा आयोजित कर विशेष सर्वेक्षण से संबंधित प्रक्रियाओं की जानकारी दी जा रही है, लेकिन रैयतों के मन में सर्वेक्षण को लेकर कई सवाल अभी भी उठ रहे हैं. सर्वे टीम को क्या-क्या दस्तावेज दिखाने होंगे, कौन सा फॉर्म कब भरना होगा, कौन-कौन से कागजातों की जरूरत होगी. कौन-कौन से कागजात तैयार करने होंगे. स्वयं घोषणा पत्र जमा करने के दौरान किस तरह का पेपर सक्षम पदाधिकारी और कर्मी के पास प्रस्तुत करने होंगे. सर्वे या चकबंदी में कौन सा नक्शा मान्य होगा. जैसे कई सवाल हैं जिसे लेकर रैयत काफी चिंतित हैं. सर्वे की चर्चा गांव की गलियों से लेकर चौक- चौराहों, चाय की दुकानों तथा विभिन्न कार्यालय में हो रही है. वैसे सर्वे टीम द्वारा सभी को जानकारी दी जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है