गया. आरपीएफ की टीम ने रविवार को गाड़ी संख्या 12496 कोलकाता-बीकानेर एक्सप्रेस ट्रेन में छापेमारी कर चोरी के साढ़े पांच लाख के गहने व अन्य सामान के साथ चार युवकों को गिरफ्तार किया. आरोपितों की पहचान रोहतास जिले के डालमियानगर थाना क्षेत्र के न्यू सिंधौली गांव निवासी रामजन्म प्रजापति के पुत्र मनोज कुमार, बच्चूलाल श्रीवास्तव के पुत्र प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, पटना के धवलपुरा थाना क्षेत्र के करमलीचक के रहने वाले रेहू प्रसाद के पुत्र मंटू प्रसाद व भोजपुर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चकिया गांव के रहने वाले नासीर शॉ के पुत्र निशांत कुमार के रूप में की गयी है.
इस संबंध में आरपीएफ इंस्पेक्टर जवाहरलाल ने बताया कि कोलकाता-बीकानेर एक्सप्रेस ट्रेन के कोच एस-02 व एस-03 में यात्री नीरज कुमार व अरुण कुमार सफर कर रहे थे. सफर के दौरान इनका ट्रॉली बैग चोरी हो गया. चोरी की सूचना पर आरपीएफ ने स्पेशल टीम बना कर कोडरमा रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान ट्रॉली बैग के साथ एक युवक को देखा गया. युवक के पास वैध टिकट था. लेकिन, जब ट्रॉली बैग की जांच करने लगे, तो वह भागने लगा. इस पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
इसी दौरान तीन अन्य युवकों को भी गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार युवकों के पास से सोने की चेन, मंगलसूत्र, अंगूठी, बाला, लैपटॉप सहित अन्य सामान बरामद किये गये. चारों युवकों को थाने लाकर पूछताछ करने पर उन्होंने अपनी गुनाह कबूल करते हुए हुए बताया कि गया रेलवे स्टेशन, सासाराम रेलवे स्टेशन, रांची रेलवे स्टेशन, बोकारो रेलवे स्टेशन, भोपाल रेलवे स्टेशन सहित अन्य रेलवे स्टेशनों पर ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों का सामान चोरी कर शहर में बेचने का काम करते थे. इंस्पेक्टर ने बताया कि बरामद सामान की कीमत 5.5 लाख आंकी है. चारों युवकों के खिलाफ रेल थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
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गिरफ्तार युवकों ने बताया कि रात में गुजरने वाली ट्रेनों में यात्रियों का सामान चुराने के बाद उसका बंटवारा कर अलग-अलग शहरों में बेचते थे. यही नहीं, ट्रेनों में अपना रिजर्वेशन टिकट भी बनाते थे, ताकि पुलिस को शक न हो और चोरी करने में सफलता मिले. इंस्पेक्टर ने बताया कि गिरफ्तार युवकों के और कौन-कौन शामिल हैं, इसका पता लगाया जा रहा है.