पटना. देश में डिजिटल लेन- देन में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. शहरों के साथ-साथ अब गांव के लोग भी डिजिटल लेन- देन में रुचि ले रहे हैं. जहानाबाद, बिहार का पहला 100 फीसदी डिजिटल बैंकिंग वाला जिला बन गया है. अब अरवल और शेखपुरा की बारी है. अरवल में बचत खाताओं के लगभग 88.31 फीसदी और शेखपुरा में 92.84 फीसदी ग्राहकों को लेन-देन के लिए डिजिटल प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया है और वे उसका उपयोग कर रहे हैं.
अरवल में 5.99 लाख और शेखपुरा में 4.94 लाख खाताधारक कर रहे हैं डिजिटल लेन-देन
अरवल जिले में कुल 6.78 लाख सक्रिय सेविंग खाता धारक में से 5.99 लाख खाता धारक कम- से-कम एक डिजिटल टूल का उपयोग कर रहे हैं. वहीं, 6980 चालू खाता धारक में 4397 खाता धारक यानी 62.99 फीसदी ही डिजिटल लेन-देन कर रहे हैं, जबकि शेखपुरा में 5.32 लाख सेविंग खाता धरक में से 4.94 लाख यानी 92.84 फीसदी ग्राहक के पास कम -से -कम एक डिजिटल बैंकिंग उत्पाद यानी इंटरनेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड, मोबाइल बैंकिंग, यूपीआइ और दूसरी इसी तरह की सुविधाएं हैं.
केंद्र सरकार व रिजर्व बैंक ने चुना हर राज्य का एक जिला
दरअसल केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक ने देश के प्रत्येक राज्य में कम- से- कम एक जिला को सौ फीसदी डिजिटल बैंकिंग सेवा वाला जिला बनाने का निर्णय 2019 में लिया था. बिहार में इसके तहत जहानाबाद जिला का चयन किया गया और राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति ने सभी हिस्सेदार (स्टेकहोल्डर) के साथ रणनीति बना कर काम किया और जहानाबाद डिजिटल बैंकिंग वाला जिला घोषित किया है. उसके बाद अरवल और शेखपुरा का चयन किया गया.
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डिजिटल बैंकिंग से कई तरह की छूट भी
वित्तीय लेन- देन में डिजिटल पेमेंट सिस्टम की सबसे अच्छी बात यह आपको कैश ढोने की जरूरत नहीं होती है. कार्ड से पेट्रोल खरीदने पर 0 .75 फीसदी छूट, रेल टिकट, हाइवे पर टोल और बीमा खरीदने जैसे कई तरह छूट मिलती है.