अस्पताल में गंदगी का लगा अंबार

कुव्यवस्था. कई दवाओं का है घोर अभाव, बाहर से दवा लाते हैं मरीज कुर्था अरवल : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुर्था कभी जिले के अव्वल दर्जे की अस्पतालों की लाइन में खड़ी थी. परंतु दिन-प्रतिदिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही की वजह से उक्त अस्पताल का लोकप्रियता का ग्राफ काफी गिरता दिख रहा है. अस्पताल परिसर के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2017 6:01 AM

कुव्यवस्था. कई दवाओं का है घोर अभाव, बाहर से दवा लाते हैं मरीज

कुर्था अरवल : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुर्था कभी जिले के अव्वल दर्जे की अस्पतालों की लाइन में खड़ी थी. परंतु दिन-प्रतिदिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही की वजह से उक्त अस्पताल का लोकप्रियता का ग्राफ काफी गिरता दिख रहा है. अस्पताल परिसर के मुख्य द्वारा पर जमा पानी व अस्पताल परिसर के अंदर इर्द-गिर्द जमा गंदगी इसकी पहचान बन कर रह गयी है जो मरीजों के लिए काफी खतरे का संकेत देती है. उक्त अस्पताल में वर्षों से महिला चिकित्सक का पदस्थापना नहीं हो सका है जिसकी वजह से महिला मरीजों को पुरुष चिकित्सकों से इलाज कराना पड़ता है. शौचालय की साफ-सफाई से लेकर जब कभी पेयजल की भी घोर संकट झेलने पड़ते हैं. मरीजों को बावजूद कर्मियों द्वारा तत्काल कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है.
चिकित्सकों के रहने के आवास भी जर्जर अवस्था में हैं जिसमें किसी तरह चिकित्सक रहते हैं. परची काउंटर के बाहर शेड नहीं रहने के कारण घंटो तक धूप में मरीजों को खड़ा रहना पड़ता है. अस्पताल में चिकित्सक 03 एएनएम, 08 लिपिक, 03 बुनियादी स्वास्थ्य कार्यकर्ता 05 है जबकि ड्रेसर, कंपाउंडर, स्वास्थ्य प्रशिक्षक के पद वर्षों से रिक्त है. ओपीडी में 35 में से मात्र 26 दवा उपलब्ध है. जबकि इंडोर में 60 दवा उपलब्ध है. कई पद खाली रहने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बीमारी चाहे हल्की हो या जटिल उक्त पीएचसी के चिकित्सक रेफर करना ही बेहतर समझते हैं, ताकि चैन की नींद आ सके.
कई वर्षों से कंपाउंडर व ड्रेसर का पद है रिक्त
क्या कहते हैं चिकित्सा पदाधिकारी
कुछ दवाएं हैं तथा कई दवाएं उपलब्ध नहीं है जिसे जिले में लिखकर भेज दी गयी है. जैसे एंटीरेविज, कफ सिरफ समेत कई दवा नहीं है.
डाॅ प्रमोद कुमार
महिला डॉ के अभाव में पुरुष चिकित्सक से ही सभी समस्याएं बतानी पड़ती है .
डॉली कुमारी
पीएचसी में मरीजों पर चिकित्सकों द्वारा ध्यान नहीं दिया जाता है दवाओं का भी अभाव है.
अनुज कुमार
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कुर्था पीएचसी पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है तभी सुधार हो सकता है.
मंटू कुशवाहा
महिला चिकित्सक के अलावा कई कर्मियों की कमी है. जिससे काफी परेशानी होती है.
मो चांद मल्लिक

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