असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रहेगी, गुप्तचर करेंगे निगरानी
अरवल : ईद-उल-जोहा पर्व को लेकर असामाजिक तत्वों पर नकेल कसने के लिए जिले क्षेत्र के संवेदनशील सभी जगहों पर गुप्त चरों की प्रतिनियुक्ति किया गया है. संभावित अशांत की सूचना प्राप्त होते ही वे अपने वरीय पदाधिकारी को सूचित करेंगे. अफवाह फैलाने वाले पर पैनी नजर रखने का निर्देश दंडाधिकारियों को दिया गया है. […]
अरवल : ईद-उल-जोहा पर्व को लेकर असामाजिक तत्वों पर नकेल कसने के लिए जिले क्षेत्र के संवेदनशील सभी जगहों पर गुप्त चरों की प्रतिनियुक्ति किया गया है. संभावित अशांत की सूचना प्राप्त होते ही वे अपने वरीय पदाधिकारी को सूचित करेंगे. अफवाह फैलाने वाले पर पैनी नजर रखने का निर्देश दंडाधिकारियों को दिया गया है.
बकरीद का पर्व शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने के लिए जिले क्षेत्र के 79 स्थलों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारी एवं काफी संख्या में पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गयी है. संयुक्त आदेश में स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया है कि विधि-व्यवस्था को बनाये रखने के लिए जन सहयोग का काफी महत्व है. सभी थानाध्यक्षों को अपने-अपने क्षेत्रों में असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखने के लिए कहा गया है .
साथ ही सभी दंडाधिकारी को अपने-अपने क्षेत्रों में असामाजिक तनाव वाले स्थलों पर भ्रमण करते हुए निगरानी करने का निर्देश दिया गया है. सभी बीडीओ व सीओ को निर्देश दिया गया है कि स्थानीय थानाध्यक्ष के साथ अपने-अपने वाहन से संवेदनशील स्थलों पर गश्ती करते रहेंगे. पर्व को लेकर इंडोर स्टेडियम अरवल में नियंत्रण कक्ष बनाया गया है जो तीन सितंबर तक कार्यरत रहेंगे. जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष सं0 06337-228984 है जिस पर कोई भी अपनी शिकायत व सुझाव दे सकते है.
नियंत्रण कक्ष के समीप प्राथमिक उपचार के साथ एक एंबुलेंस सदैव उपलब्ध कराने का निर्देश मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी अरवल को दिया गया है. साथ ही फायर बिग्रेट वाहन को भी उपलब्ध कराने का निर्देश फायर बिग्रेट पदाधिकारी को दिया गया है. अनुमंडल दंडाधिकारी एवं अनुमंडलीय पुलिस अधीक्षक को संपूर्ण विधि-व्यवस्था का प्रभार सौंपा गया है . जबकि वरीय प्रभार में नरेंद्र कुमार सिन्हा जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी होंगे. नियंत्रण कक्ष चार शिफ्ट में कार्य करने के 20 दंडाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है.
साथ ही पांच दंडाधिकारी को सुरक्षित रखा गया है. कर्तव्य पालन करने वाले पदाधिकारियों को सम्मानित करने व कर्तव्य के अवहेलना करने वाले पदाधिकारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की बातें कही गयी है.