भीषण गर्मी से अस्पताल में बढ़ी मरीजों की संख्या

ओपीडी में प्रतिदिन पहुंच रहे लगभग 700 मरीज अरवल : जून का तीसरा सप्ताह बीत चुका है. इन दिनों लू, तपन व बेतहाशा गर्मी से लोग परेशान हैं. दिन में आसमान से बरस रही आग के कारण लोग बीमार हो रहे हैं. वहीं रात में मच्छरों के प्रकोप के कारण लोग संक्रामक बीमारियों की गिरफ्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 22, 2018 4:50 AM

ओपीडी में प्रतिदिन पहुंच रहे लगभग 700 मरीज

अरवल : जून का तीसरा सप्ताह बीत चुका है. इन दिनों लू, तपन व बेतहाशा गर्मी से लोग परेशान हैं. दिन में आसमान से बरस रही आग के कारण लोग बीमार हो रहे हैं. वहीं रात में मच्छरों के प्रकोप के कारण लोग संक्रामक बीमारियों की गिरफ्त में आ रहे हैं. गर्मी इतनी भीषण है कि खान-पान में थोड़ी सी लापरवाही लोगों को अस्पताल पहुंचा दे रही हैं. चिकित्सक गर्मी में स्वच्छ पेयजल व घर का शुद्ध और पौष्टिक भोजन करने की सलाह दे रहे हैं. बाजारों में खुले में बिक रहे खाद्य पदार्थ लोगों की सेहत को बिगाड़ रहे हैं. पिछले चार दिनों से अधिकतम तापमान 43 डिग्री के ऊपर और न्यूनतम तापमान 32 डिग्री रह रहा है.
इन दिनों एकाएक तापमान बढ़ने अस्पतालों में मरीजों की तादात बढ़ने लगती है. हालात यह हो रही है कि सरकारी अस्पतालों के अतिरिक्त निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लग जा रही है. जिला अस्पताल में लगभग सभी बेड फुल हो जा रहे हैं. वहीं ओपीडी में मरीज पूरे दिन आ रहे हैं. औसतन अस्पताल में 700 से ज्यादा मरीज ओपीडी में आते हैं. वहीं दर्जनों मरीजों को भर्ती भी किया जाता है. यह आंकड़े सरकारी अस्पताल के हैं. वहीं निजी चिकित्सालयों का हाल भी कुछ ऐसा ही है.
खान-पान पर विशेष ध्यान रखें
जिला अस्पताल के डॉ उमेश प्रसाद का कहना है कि गर्मी में खान-पान पर विशेष ध्यान रखना चाहिए. दूषित पेयजल के उपयोग से बचना चाहिए. बाजार में बिकने वाले खुले खाद्य पदार्थ का सेवन किसी भी हाल में नहीं करना चाहिए. रात को सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. यदि उल्टी-दस्त शुरू हो तो तत्काल नीबू, चीनी व नमक का घोल बनाकर सेवन करें. इसके बाद भी स्थिति में सुधार नहीं होने पर तत्काल चिकित्सक के पास जाना चाहिए. चिकित्सकों ने बताया कि इन दिनों अस्पताल में डायरिया, मलेरिया, टायफाइड और गेस्टाइटीस के मरीज आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिन में धूप में निकलने से पहले अपने शरीर को अच्छी तरह से ढक लें और नियमित अंतराल पर पानी पीते रहना चाहिए.

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