छात्रावास में रहकर ही पढ़ाई पूरी कर सकेंगी छात्राएं
अरवल : प्लस बालिका विद्यालय एक करोड़ 26 लाख की लागत से बने बालिका छात्रावास का निर्माण किया गया. ऐसे में विभाग की ओर से 48 बालिकाओं का नामांकन कर छात्रावास को शुरू तो कर दिया, जिले की बालिकाओं को अब बेहतर शिक्षा सुविधा मिलेगी. राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत बालिका शिक्षा को बढ़ावा […]
अरवल : प्लस बालिका विद्यालय एक करोड़ 26 लाख की लागत से बने बालिका छात्रावास का निर्माण किया गया. ऐसे में विभाग की ओर से 48 बालिकाओं का नामांकन कर छात्रावास को शुरू तो कर दिया, जिले की बालिकाओं को अब बेहतर शिक्षा सुविधा मिलेगी. राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से छात्रावास निर्माण को लेकर करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हुआ.
छात्रावास में सभी आधुनिक सुविधा उपलब्ध होगी और छात्रावास में 100 बालिकाओं के रहने की व्यवस्था होगी, जिसमें एससी, एसटी, ओबीसी के साथ सामान्य वर्ग की विशेष योग्यता वाली बालिकाओं को इस छात्रावास में प्रवेश दिया जायेगा.
छात्रावास में 100 बालिकाओं की होगी व्यवस्था : बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नवनिर्मित छात्रावास में 100 बालिकाओं की व्यवस्था होगी, जिसमें जिले के विभिन्न गांवों की एससी, एसटी, ओबीसी, सामान्य वर्ग की 100 बालिकाओं को छात्रावास में प्रवेश देना था, मगर निर्माण कार्य पूरा नहीं होने के कारण बालिकाओं को प्रवेश नहीं दिया गया है. छात्रावास में कंप्यूटर लैब, इंडोर खेल मैदान, टीवी, फर्नीचर, पुस्तकालय आदि की सुविधा मिलेगी. छात्रावास न होने से बालिकाओं को दिक्कतें उठानी पड़ती थीं.
वे दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों से चलकर रोजाना दौड़कर आती है. इससे उनको काफी दूरी तय करनी पड़ती थी. अब बालिकाओं को इन समस्याओं से निजात मिलेगी. वे मुख्यालय पर ही रुककर पढ़ाई कर सकेंगी. बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से छात्राओं को सहूलियत देने के लिए बालिका छात्रावास बनाए गये. एक छात्रावास पर 1 करोड़ 26 लाख का बजट खर्च किया गया.
इन छात्रावासों में 25 कमरे बनाये गये जिनमें 100 बालिकाओं के ठहरने की व्यवस्था होगी. इसके साथ ही वहां पर 24 घंटे विद्युत, शुद्ध पेयजल व सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम होंगे.
क्या कहते हैं प्राचार्य
विद्यालय में निर्माणाधीन छात्रावास को शुरू कर बालिकाओं का नामांकन शुरू कर दिया गया है. पानी और बिजली की सुविधा शीघ्र ही कर दी जायेगी. छात्रावास में पहले कस्तूरबा गांधी विद्यालय के छात्राओं को वरीयता के आधार पर एलॉट किया जायेगा. उसके बाद एससी -एसटी और पिछड़ा वर्ग की छात्राओं के लिए एलॉट किया जायेगा. उसके बाद यदि जगह बचेगा तब जो भी छात्राएं रहकर पढ़ाई करना चाहेंगी, उन्हें बुक किया जायेगा.
राजदेव राम, प्राचार्य