जनवरी से जून तक 62 दिन बजेंगी शहनाइयां
अरवल : सूर्य के मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करने के साथ ही खरमास समाप्त गया. इसके बाद हिंदुओं का सभी मुहूर्त कार्य जैसे शादी विवाह, उपनयन, मुंडन और गृह प्रवेश आदि शुरू हो गया. वर्ष 2020 में जनवरी से जून माह तक 62 शादी-विवाह का शुभ मुहूर्त है, जिनमें जनवरी माह में […]
अरवल : सूर्य के मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करने के साथ ही खरमास समाप्त गया. इसके बाद हिंदुओं का सभी मुहूर्त कार्य जैसे शादी विवाह, उपनयन, मुंडन और गृह प्रवेश आदि शुरू हो गया. वर्ष 2020 में जनवरी से जून माह तक 62 शादी-विवाह का शुभ मुहूर्त है, जिनमें जनवरी माह में 13, फरवरी माह में 20, मार्च माह में 11, अप्रैल माह में छह, मई में नौ, जून में मात्र चार दिन शुभ मुहूर्त है. वहीं जुलाई माह में एक भी शुभ मुहूर्त नहीं है.
पं विपिन पाठक के अनुसार एक जुलाई को देवशयनी एकादशी पड़ रहा है. इस दिन दिन भगवान विष्णु शयन के लिए क्षीर सागर में चले जायेंगे. उनके शयन के बाद सभी प्रकार के शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है, फिर 25 नवंबर को देवोत्थान एकादशी को भगवान विष्णु निद्रा से जागृत होंगे, तब सभी मांगलिक कार्य शुरू होंगे.
उन्होंने कहा कि इस वर्ष चातुर्मास की अवधि चार महीने के बजाय पांच महीनों की होगी. इस वर्ष अधिमास होने से एक माह ज्यादा हो गये हैं. कुल 148 दिन तक भगवान शयन मुद्रा में रहेंगे. 14 जनवरी को खरमास बीतने के साथ ही मांगलिक कार्यों का सिलसिला शुरू गया.
शहर में नहीं है विवाह भवन
इस वर्ष जून माह तक 62 शुभ मुहूर्त हैं, लेकिन शहर में शादी-विवाह के लिए एक भी भवन नहीं है, जिसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लोग स्कूल या मुहल्लों में पड़े खाली स्थान पर बरात टिकाते हैं, जिसकी सभी व्यवस्थाएं उन्हें खुद करनी पड़ती है.