नीतीश सरकार में पुलिस हिंसक : एसयूसीआइ
कुर्था (अरवल) : स्थानीय प्रखंड क्षेत्र मे सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया की कुर्था इकाई ने बगहा पुलिस गोलीकांड के खिलाफ प्रतिवाद मार्च निकाला. यह प्रतिवाद मार्च स्थानीय बस स्टैंड में जाकर सभा में तब्दील हो गयी. इस सभा को संबोधित करते हुए एसयूसीआइ के कुर्था प्रखंड इंचार्ज रूपेश कुमार ने कहा कि बगहा पुलिस […]
कुर्था (अरवल) : स्थानीय प्रखंड क्षेत्र मे सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया की कुर्था इकाई ने बगहा पुलिस गोलीकांड के खिलाफ प्रतिवाद मार्च निकाला. यह प्रतिवाद मार्च स्थानीय बस स्टैंड में जाकर सभा में तब्दील हो गयी.
इस सभा को संबोधित करते हुए एसयूसीआइ के कुर्था प्रखंड इंचार्ज रूपेश कुमार ने कहा कि बगहा पुलिस गोलीकांड बेहद शर्मनाक घटना है. उक्त घटना यह साबित करती है कि हत्या जैसी घटनाओं को रोकने मे पुलिस कितना कोताही करती है.
कहा जाये, तो कहना होगा कि ये लोग अपराधों को रोकना अपना फर्ज नहीं समझती है, पुलिस प्रशासन की इस अकर्मण्यता के खिलाफ आम जनता मे काफी आक्रोश है, जो समय-समय पर फूट पड़ता है. बगहा की जनता के उग्र होने के मूल में यही कारण है. दूसरी तरफ पुलिस हिंसक व जुल्मी बन गयी है. सभा मे बोलते हुए पार्टी सदस्य दीपक कुमार ने कहा कि बगहा मे डीजे साउंड ऑपरेटर की हत्या जिस प्रकार से की गयी और लाश को गायब कर दिया. वह इस बात को सिद्ध करता है कि राज्य में अपराधी पूरी तरह बेखौफ है.
इसका कारण यही है कि आजकल शायद ही किसी अपराधी को सजा मिल रही है. भ्रष्टाचार के रास्ते अपराधी बच निकलते हैं. यह स्थिति अपराधियों को निडर बना रही है. विचारणीय बिंदु यह है कि हमारी सरकारें भी अपराध रोकने के लिए दिखावटी रूप से प्रयत्नशील है, परंतु दूसरी तरफ जब आम जनता अपने वाजिब मांग को लेकर आंदोलन करती है, तो पुलिस-प्रशासन को सक्रियता देखते बनती है. उन्होंने आम जनता से आह्वान किया कि वे आंदोलनकारी बनें सिवाय इसके कोई रास्ता नहीं है. दोषी पुलिसकर्मियों को बरखास्त करने की मांग की है. उक्त आशय की जानकारी उन्होंने प्रेस जारी बयान कर दी.