पंचायत प्रतिनिधियों को मिले हक
* प्रदेश मुखिया महासंघ के उपाध्यक्ष आनंद सिंह ने की बैठककुर्था (अरवल) : प्रखंड परिसर के सामुदायिक भवन में प्रदेश मुखिया महासंघ के निर्देश पर जिला मुखिया संघ के तत्वावधान में बिहार प्रदेश मुखिया महासंघ के उपाध्यक्ष आनंद सिंह की अध्यक्षता में एक बैठक हुई. इसमें निम्न बिंदुओं पर चर्चा करते हुए आगे की रणनीति […]
* प्रदेश मुखिया महासंघ के उपाध्यक्ष आनंद सिंह ने की बैठक
कुर्था (अरवल) : प्रखंड परिसर के सामुदायिक भवन में प्रदेश मुखिया महासंघ के निर्देश पर जिला मुखिया संघ के तत्वावधान में बिहार प्रदेश मुखिया महासंघ के उपाध्यक्ष आनंद सिंह की अध्यक्षता में एक बैठक हुई. इसमें निम्न बिंदुओं पर चर्चा करते हुए आगे की रणनीति तय की गयी.
इसमें विभिन्न मांगों को सरकार के समक्ष रखने की बात कही गयी. इसमें भत्ता नहीं स्वायत्तता चाहिए, इसके तहत पंचायत प्रतिनिधियों का मुख्य उद्देश्य है कि हम अपना अधिकार सरकार से मांग करें. इसी के तहत 30 सितंबर को गांधी मैदान में प्रदेश मुखिया महासंघ के बैनर तले विशाल महारैली का आयोजन किया गया है.
साथ ही बिहार पंचायती राज्य अधिनियम 2006 में वर्णित 29 विभागों के अधिकार पंचायत प्रतिनिधियों को सौंपा जाये. संसद तथा विधानसभा के सदस्यों की ही तरह ग्राम सभा को अपने अधिकार और वेतन निर्धारित करने का हक मिले. जन प्रतिनिधियों को सांसदों तथा विधायकों की तरह सुरक्षा मुहैया करायी जाये.
पंचायत प्रतिनिधियों के खिलाफ अपमानजनक व्यवहार पूर्ण रूप से बंद हो, ग्राम सभा में चयनित योजनाओं में छेड़छाड़ बंद किया जाये तथा इसकी सार्वभौमिकता को अफसरशाही के चंगुल से मुक्त करने आदि की मांग की गयी. इस अवसर पर मुखिया जितेंद्र शर्मा, कामता सिंह, अवधेश कुमार, मंजु देवी, दिनेश पासवान, सुनिता देवी, बेबी कुमारी, लालती देवी, विजय कुमार, मंजु कुमारी, संजय कुमार समेत कई मुखिया उपस्थित थे.