अदा की जुमे की नमाज

अरवल (ग्रामीण) : इसलाम धर्म में रमजान का वर्ष श्रेष्ठ माना जाता है. वर्ष में मुसलमान भाइयों द्वारा एक माह तक रोजा रखा जाता है. शहर सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों के मसजिदों में मुसलमान भाइयों द्वारा रमजान माह के जुमे की पहली नमाज अदा की गयी, जिसमें मुसलिम समुदाय के बुढ़े, नौजवान , बच्चे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2013 1:46 AM

अरवल (ग्रामीण) : इसलाम धर्म में रमजान का वर्ष श्रेष्ठ माना जाता है. वर्ष में मुसलमान भाइयों द्वारा एक माह तक रोजा रखा जाता है. शहर सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों के मसजिदों में मुसलमान भाइयों द्वारा रमजान माह के जुमे की पहली नमाज अदा की गयी, जिसमें मुसलिम समुदाय के बुढ़े, नौजवान , बच्चे सहित अन्य लोगों ने हिस्सा लिया.


स्थानीय
शहर की मखदुमपुर बाजार की पीर मो.कैशर ने बताया कि रमजान बरकत का महीना है. इस पूरे माह में हम लोग दिन भर भूखे रह कर शाम को निश्चित समय पर रोजा खोलते हैं और सुबह में सेहरी भी करते हैं. उनका कहना है कि इसलाम धर्म में सभी माह की अलगअलग विशेषताएं हैं, जिसमें रमजान माह सबसे श्रेष्ठ है.

रमजान में रोजा रखने पर अल्लाह सभी पर विशेष ध्यान रखते हैं और उन्हें बरकत भी काफी मिलता है. रोजा के साथ कुरान की आयते पढ़ने से तसल्ली मिलती है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों की मसजिदों में नमाज अदा की गयी.

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