गरीब व दलित छात्रों के साथ मजाक कर रही है सरकार
कई माह से बंद है उत्प्रेरण केंद्र कुर्था (अरवल) : राज्य सरकार दलित, महादलित व गरीब वर्ग के छात्र-छात्राओं में शिक्षा का अलख जगाने के उद्देश्य से नयी-नयी योजनाएं कार्यान्वित करा रही है, ताकि गरीब व दलित वर्ग के छात्र-छात्रा भी शिक्षा हासिल कर सकें. इसके तहत गरीब व दलित वर्ग के छात्र-छात्राओं के पढ़ाई […]
कई माह से बंद है उत्प्रेरण केंद्र
कुर्था (अरवल) : राज्य सरकार दलित, महादलित व गरीब वर्ग के छात्र-छात्राओं में शिक्षा का अलख जगाने के उद्देश्य से नयी-नयी योजनाएं कार्यान्वित करा रही है, ताकि गरीब व दलित वर्ग के छात्र-छात्रा भी शिक्षा हासिल कर सकें.
इसके तहत गरीब व दलित वर्ग के छात्र-छात्राओं के पढ़ाई के लिए उत्प्रेरण केंद्र भी खोले गये थे. केंद्र में बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ आवासीय सुविधा भी मुहैया करायी जाती थी. परंतु, इसे सरकार की उदासीनता कहें या फिर अधिकारियों की लापरवाही, कुर्था प्रखंड के मुवारकपुर मध्य विद्यालय में स्थापित उत्प्रेरण केंद्र विगत आठ-नौ माह से बंद है. इससे यहां पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है. शिक्षक भी विद्यालय बंद रहने से भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके हैं.
इस बाबत मुबारकपुर उत्प्रेरण केंद्र के शिक्षक पिंटू कुमार, चंदन कुमार, कुर्था मध्य विद्यालय के उत्प्रेरण केंद्र की शिक्षिका रूबी कुमारी, अंजू कुमारी, सुनीता कुमारी ने संयुक्त रूप से बताया कि केंद्र का संचालन विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा किया जाता है. उनकी जब मरजी होती है विद्यालय चालू होता है, नहीं मरजी हुई तो जिले से राशि नहीं आने की बात कह कर विद्यालय बंद कर दिया जाता है.
क्या कहते हैं अधिकारी
इसकी हमें विशेष जानकारी नहीं है. प्रधानाध्यापक से इस संबंध में बात करने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी.
नसीम अख्तर, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी