12 बजे लेट नहीं, दो बजे भेंट नहीं
पकरीबरावां : 12 बजे लेट नहीं, दो बजे भेज नहीं वाली कहावत प्राथमिक विद्यालय धरनी में चरितार्थ हो रही है. अभिभावकों ने इससे आजिज होकर एक सप्ताह से विद्यालय में ताला लगा दिया है. अभिभावक इस मांग पर डटे हैं कि या तो प्रधानाध्यापिका का तबादला किया जाये या व्यवस्था में सुधार की प्रशासनिक पहल […]
पकरीबरावां : 12 बजे लेट नहीं, दो बजे भेज नहीं वाली कहावत प्राथमिक विद्यालय धरनी में चरितार्थ हो रही है. अभिभावकों ने इससे आजिज होकर एक सप्ताह से विद्यालय में ताला लगा दिया है.
अभिभावक इस मांग पर डटे हैं कि या तो प्रधानाध्यापिका का तबादला किया जाये या व्यवस्था में सुधार की प्रशासनिक पहल की जाये. अभिभावक प्रकाश यादव, दिनेश यादव सहित कई लोगों ने बताया कि बच्चों को दिये जाने वाले मध्याह्न् भोजन भी माह में दो–चार दिन ही बनाया जाता है.
इसका खुलासा मध्याह्न् भोजन बनाने वाली रसोइया सिहंता देवी ने भी की है. उन्होंने बताया कि महीने में केवल चार पांच दिन ही मध्याह्न् भोजन बनता है. यहां मेनू का पालन नहीं किया जाता है. अभिभावक व विद्यालय के छात्र–छात्रा बताते हैं कि जब से विद्यालय की स्थापना हुई न तो प्रार्थना होती है और न ही हाजिरी बनायी जाती है.
पंचम वर्ग का छात्र सनोज कुमारी, छात्र सनोज कुमार, चतुर्थ वर्ग, विजय कुमार द्वितीय वर्ग की संगीता कुमारी से रौल नंबर पूछे जाने पर अनभिज्ञता जाहिर की. इससे विद्यालय की पठन–पाठन की गुणवत्ता को समझा जा सकता है. लोगों का कहना है कि उपस्थिति व अन्य पंजी प्रधानाध्यापिका अपने घर पर ही रखती है.
हाजिरी बही में छात्र–छात्रा व शिक्षक की उपस्थिति शत प्रतिशत बनी है, जबकि लोगों के अनुसार, मात्र माह में दो चार दिन ही विद्यालय का संचालन होता है. प्रधानाध्यापिका व तत्कालीन बीइओ कुमारी निशा की मिलीभगत से बिना आमसभा के ही विद्यालय शिक्षा समिति का गठन कर सरिता देवी को सचिव बनाया गया जो गलत है. इधर, प्रभारी बीइओ अनंत कुमार ने बताया कि लोगों द्वारा ताला जड़ने की शिकायत की गयी है. मामले की जांच की जा रही है.