हजारों एकड़ जमीन बंजर होने से बची

कलेर (अरवल). जिस तरह से अरवल के विभिन्न वितरणियों की हालत खराब थी, उससे एक बात साफ थी कि धान का कटोरा के रूप में चर्चित इस अरवल की हजारों एकड़ जमीन बंजर होने के करीब आ गयी थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि जिले के सैदपुर वितरणी, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 22, 2015 6:39 AM
कलेर (अरवल). जिस तरह से अरवल के विभिन्न वितरणियों की हालत खराब थी, उससे एक बात साफ थी कि धान का कटोरा के रूप में चर्चित इस अरवल की हजारों एकड़ जमीन बंजर होने के करीब आ गयी थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि जिले के सैदपुर वितरणी, इमामगंज वितरणी, अमरा वितरणी विभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते अपना अस्तित्व खो रहा था. इस वितरणी से जुड़ी हजारों एकड़ जमीन बंजर होने के करीब आ गयी थी. किसानों को डीजल पंपिंग सेट से खेती करना काफी महंगा पड़ रहा था, इसलिए किसान खाने भर ही उत्पादन कर रहे थे. इससे उनकी शेष जमीन चरागाह बन गया था. इस नहर से जुड़े किसानों ने कई बार जनप्रतिनिधियों के अलावा विभागीय अधिकारियों के पास गुहार लगायी, लेकिन उनकी दुखों को सुननेवाला कोई नहीं था.
इस क्षेत्र के युवा विधायक चितरंजन कुमार कलेर में बिजली एवं सिंचाई की आवश्यकता को समझते हुए जब कार्य करना आरंभ किया, तो असंभव-सा दिखनेवाला यह कार्य संभव में बदलने लगा. रजवाहों की मरम्मती को लेकर विधानसभा के अलावा विभागीय मंत्री विजय कुमार चौधरी से भी मिल कर समस्याओं को दूर करने का आग्रह किया. परिणामस्वरूप करीब 22 करोड़ की राशि से इन वितरणियों का निर्माण कराने की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी.
केवल प्रशासनिक स्वीकृति ही नहीं बल्कि एक जून से लेकर नौ जून तक निविदा डालने की तिथि भी निकल चुकी है. किसानों को इस बार धान की खेती में तो पूर्व की तरह ही परेशानी होगी, परंतु अगले साल से इन वितरणियों के कायाकल्प हो जाने के बाद खुशहाली आ जायेगी. इसके लिए क्षेत्र के किसान स्थानीय विधायक चितरंजन कुमार को धन्यवाद दे रहे हैं.

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