कलश विसजर्न करने गये दो युवकों की सड़क हादसे में गयी जान

दोनों युवकों की पत्नी के चीत्कार से गांव का माहौल हुआ गमगीन कल तक गूंज रही थी कीर्तन की आवाज, आज गूंज रहा चीत्कार कुर्था (अरवल) : ‘हम केकरा असरे जी बई हो रजवा.., हमरा छोड़ के कहां गेल हो रजवा..’ :सड़क दुर्घटना में हुई दो युवकों की मौत के बाद उसकी पत्नी की चीत्कार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2015 8:08 AM
दोनों युवकों की पत्नी के चीत्कार से गांव का माहौल हुआ गमगीन
कल तक गूंज रही थी कीर्तन की आवाज, आज गूंज रहा चीत्कार
कुर्था (अरवल) : ‘हम केकरा असरे जी बई हो रजवा.., हमरा छोड़ के कहां गेल हो रजवा..’ :सड़क दुर्घटना में हुई दो युवकों की मौत के बाद उसकी पत्नी की चीत्कार से प्रखंड क्षेत्र के प्रतापपुर गांव का माहौल गमगीन बना हुआ है. हादसे ने गांव के दो घरों को उजाड़ दिया है.
घरवालों को क्या पता था की अखंड कीर्तन की समाप्ति के बाद क लश विसजर्न करते ही उनके घर पर विपदा का पहाड़ टूट पड़ेगा. विदित हो कि प्रतापपुर गांव निवासी पप्पू कुमार (21 वर्ष) व रामाकांत कुमार (22 वर्ष) दोनों युवक गांव में हो रहे अखंड कीर्तन से काफी खुश थे तथा दिन-रात श्रद्धापूर्वक लगे हुए थे.
सोमवार को अखंड कीर्तन की समाप्ति के बाद कलश विसजर्न के लिए प्रखंड के मोतेपुर बाजार स्थित पुनपुन नदी जा रहे थे, तभी तेज रफ्तार से आ रही पिकअप वैन ने ट्रक्टर में धक्का मार दिया, जिससे ट्रैक्टर के पीछे बैठे दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गये. हालांकि ग्रामीणों ने तत्काल दोनों को कुर्था पीएचसी पहुंचाया, जहां से चिकित्सकों ने पीएमसीएच रेफर कर दिया. लेकिन, पटना ले जाने के क्रम में रास्ते में ही दोनों युवकों ने दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद जिस गांव में दो दिनों से ‘हरे रामा-हरे कृष्णा’ की गूंज सुनाई दे रही थी, वहीं अब दोनों के परिवार का विलाप सुनायी पड़ रहा है.
गांववाले पीड़ित परिवार को सांत्वना दे रहे हैं, उनका कहना है कि ईश्वर को शायद यही मंजूर था. वहीं, घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रख कर कुर्था-किंजर-शकूराबाद मार्ग को घंटों बाधित रखा. इस बीच कुर्था पुलिस निरीक्षक रामदेव मांझी, कुर्था थानाध्यक्ष इंद्रजीत कुमार, एसआइ राजीव रंजन, सुभाष कुमार, धरणीधर यादव घटनास्थल पर पहुंच कर ग्रामीणों को समझाने में लगे रहे.
हालांकि बीडीओ विवेक कुमार द्वारा मृतकों के परिजन को पारिवारिक लाभ के तहत 20-20 हजार रुपये का चेक दिया गया तथा अन्य लाभ दिलाने का आश्वासन दिया गया, तब जा कर ग्रामीणों ने जाम हटा लिया. वहीं, स्थानीय मुखिया सुनीता देवी ने भी कबीर अंत्येष्टि के तहत 15-15 सौ रुपये पीड़ित परिवारों को दिया.

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