किसानों को नहीं मिल रहा डीजल अनुदान का फायदा
किसानों को नहीं मिल रहा डीजल अनुदान का फायदा अरवल : डीजल अनुदान की राशि से किसानों को कोई फायदा नहीं पहुंच सकी है. जिले में अब तक किसानों के आवेदन जांच की पेच में फंसकर सिमट गई. बताते चलें कि राज्य सरकार ने सूखे की स्थिति से निबटने के लिए 31 अक्तूबर तक सिंचाई […]
किसानों को नहीं मिल रहा डीजल अनुदान का फायदा
अरवल : डीजल अनुदान की राशि से किसानों को कोई फायदा नहीं पहुंच सकी है. जिले में अब तक किसानों के आवेदन जांच की पेच में फंसकर सिमट गई. बताते चलें कि राज्य सरकार ने सूखे की स्थिति से निबटने के लिए 31 अक्तूबर तक सिंचाई के लिए चार किस्त में चार सिंचाई के लिए डीजल अनुदान राशि देने की घोषणा की थी.
घोषणा के मुताबिक किसानों ने डीजल अनुदान के लिए ओवदन दिया. लेकिन अब तक किसानों को डीजल अनुदान की राशि खाते में नहीं पहुंच सकी. हालांकि डीजल अनुदान के लिए जिले में लगभग दो करोड़ आवंटन किया गया है. जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णानंद चक्रवर्ती ने बताया कि आवंटित राशि को सभी प्रखंडों में उपआवंटित कर दिया गया है.
इधर सदर प्रखंड बीडीओ अरविंद कुमार ने बताया कि किसानों के दिये गये ओवदन के साथ संलग्न डीजल तेल खरीद वाउचर की जांच के लिए संबंधित पेट्रोल पंप के मालिकों के पास भेजा गया था. जांच के बाद सही वाउचर पाये जाने वाले किसानों को डीजल अनुदान की राशि खाते में डाल दी गई है. उन्होंने बताया कि सदर प्रखंड क्षेत्र के किसानों के बीच अब तक नौ लाख की राशि का वितरण कर दिया गया है. दूसरी ओर किसान जैनेंद्र सिंह,
विनय सिंह, रामध्यान सिंह, धर्मा सिंह समेत दर्जनों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने के कारण अपने खेतों की सिंंचाई के लिए खुदरा विक्रेता से डीजल की खरीद की. खुदरा दुकानदारों द्वारा वाउचर नहीं दिया जाता है. ऐसे में उन लोगों के आवेदन पर किसी प्रकार का विचार नहीं किया गया. जबकि नहरी क्षेत्र होने के बावजूद उन लोगों को नहर में प्रचुर मात्रा में पानी नहीं रहने के कारण फीटर मशीन से अब तक फसल बचाने की मजबूरी रही है. किसानों का कहना है कि प्रशासन को खेतों की भौतिक जांच कराकर डीजल अनुदान की राशि वितरण कराने की आवश्यकता है. तभी डीजल अनुदान की राशि शत -प्रतिशत वास्तविक किसान को मिल सकता है.