अरवल : जिले की दो विधानसभा सीटों अरवल व कुर्था के लिए मतगणना की तैयारी पूरी कर ली गयी है. मतगणना के लिए 14 टेबुल बनाये गये हैं. कुर्था में 18 तथा अरवल विधानसभा क्षेत्र के लिए 17 राउंड में मतगणना करायी जायेगी.
जिला सूचना पदाधिकारी सत्येन्द्र प्रसाद ने बताया कि प्रत्येक टेबुल पर मतगणना के लिए तीन-तीन मतगणनाकर्मी लगाये जायेंगे. इवीएम को वज्रगृह से लाने, ले जाने के लिए 40 श्रमिकों को भी रखा गया है.
मतगणना कार्य पर नजर रखने के लिए दोनों विधानसभा के मतगणना कक्ष में दो-दो सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. प्रत्येक राउंड के मतगणना की जानकारी देने के लिए हॉल के बाहर फ्लेक्सी स्क्रीन लगाया गया है. लाउडस्पीकर से भी राउंडवार प्रत्याशियों के मतों का विवरण प्रसारित किया जायेगा. बताया गया कि मतगणना की वीडियोग्राफी की व्यापक व्यवस्था की गयी है.
मतगणना कक्ष में ऑब्जर्वर, आरओ तथा एआरओ उपस्थित रहेंगे. सभी प्रत्याशी व अधिकृत एजेंट के लिए पास निर्गत किया जा रहा है. प्रत्याशी मतगणना संबंधी जानकारी संबंधित क्षेत्र के आरओ से ले सकते हैं. उन्होंने बताया कि मतगणना 8 नवंबर को सुबह आठ बजे शुरू होगी. डीएम के निर्देशानुसार मतगणना कक्ष में जाने के पूर्व मुख्य द्वार पर मेटल डिटेक्टर से जांच करायी जायेगी. उपरी तल्ले में अरवल व नीचे तल्ले में कुर्था विधानसभा की मतगणना होगी. कंट्रोल रूम, मीडिया कोषांग तथा प्रत्याशियों को बैठने की भी सही व्यवस्था की गयी है.
पशु चिकित्सक की लापरवाही से हो गयी गाय की मौत
बीते साल सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध पशु मेले में चुनी गयी थी सर्वश्रेष्ठ गाय
À पशुपालन अधिकारी ने उम्दा नस्ल की गाय की मौत की जांच के आदेश दिये
करपी (अरवल). पशु चिकित्सालय, शहर तेलपा में पदस्थापित एक पशु चिकित्सक की लापरवाही के कारण केयाल गांव निवासी महेश प्रसाद शर्मा की गाय की मौत हो गयी. बीते साल सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध पशु मेले में यह सर्वश्रेष्ठ गाय चुनी गयी थी.
पशुपालन अधिकारी ने उम्दा नस्ल की गाय की मौत की जांच के आदेश दिये हैं. बताया गया कि गाय की बीमारी के बाबत महेश ने शहर तेलपा के पशु चिकित्सालय में पदस्थापित चिकित्सक डा. राज कुमार से गाय की अविलंब चिकित्सा का आग्रह किया था.
लेकिन, चिकित्सक ने गाय का इलाज नहीं किया. गाय की तबीयत अधिक बिगड़ने पर उक्त पशुपालक ने जिला पशुपालन पदाधिकारी को जानकारी दी और चिकित्सक को उचित निर्देश देने का अनुरोध किया,
बावजूद चिकित्सक लापरवाह बने रहे कर्तव्य में कोताही की हद तब सामने आयी, जब उक्त चिकित्सक ने अस्पताल से ही बैठकर गाय को संबंधित दवाएं पिलाने की सलाह दे दी. अंतत: ससमय और सही चिकित्या के बिना गाय की मौत हो गयी. जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि गाय की मौत की जांच कर उचित कार्रवाई की जायेगी.