लारी सती माई की महिमा है अपरंपार

कुर्था (अरवल) : अरवल के लारी सत्ती माई मंदिर आसपास के क्षेत्र में श्रद्धा व आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है. इस स्थान की ऐतिहासिकता के बारे में बताया जाता है कि उक्त स्थान पर सोनामती नाम की महिला अपने पति के शव के साथ सती हो गयीं थी. इसके बाद उस स्थान पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 6, 2015 5:47 AM

कुर्था (अरवल) : अरवल के लारी सत्ती माई मंदिर आसपास के क्षेत्र में श्रद्धा व आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है. इस स्थान की ऐतिहासिकता के बारे में बताया जाता है कि उक्त स्थान पर सोनामती नाम की महिला अपने पति के शव के साथ सती हो गयीं थी. इसके बाद उस स्थान पर एक मंदिर का निर्माण किया गया .

जिसे लारी सती माई मंदिर के नाम से जाना जाता है. बताया जाता है कि जलने वाली नारी सोनामती वर्तमान जहानाबाद जिले के शकुराबाद थानान्तर्गत नौघड़ ग्राम के रामशरण सिंह के पुत्री थी . जिसकी शादी मात्र 16 वर्ष की अवस्था में लारी ग्राम के वसंत सिंह के पुत्र नबाव सिंंह से हुई थी. शादी के कुछ ही दिन बाद नबाव सिंह गया शहर में अतिसार से पीड़ित हो गये थे और उनकी मौत हो गयी थी. इसके बाद सोनामती ने सती होने का संकल्प लिया. आसपास के क्षेत्र में ऐसी मान्यता है कि यहां आने वाले लोगों के मन की मुरादें पूरी होती है.

हालांकि उक्त स्थल को पर्यटन स्थल का दर्जा दिये जाने की मांग वर्षों से की जा रही है. कई जन प्रतिनिधियों ने उक्त स्थल को पर्यटक स्थल का दर्जा दिलाने की बात को लोकसभा व विधानसभा में भी रखने की बात कहीं लेकिन इस दिशा में अब तक कोई काम नहीं हुआ.
इस बावत अहमदपुर हरण पंचायत के मुखिया डॉ जितेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि लारी गांव कई अतित यादों को अपने आंचल में समेटे है. बावजूद अब तक उक्त स्थल को पर्यटक स्थल का दर्जा नहीं मिलना काफी दु:खद है .
जन प्रतिनिधयों के भी दावे व वादे छलावा साबित हो रही है. वहीं अहमदपुर हरणा पंचायत के पंचायत समिति सदस्य अनिल पासवान ने कहा कि इस सती नगरी लारी को पर्यटक स्थल का दर्जा अब तक नहीं मिलना अधिकारी व जनप्रतिनिधियों के उपेक्षित रवैये को दर्शाती है.पर्यटक स्थल का दर्जा पाने की सारे अहर्ताएं पूरी करता है उक्त गांव .
वहीं पूर्व जिप सदस्य सह युवा नेता अंजनी कुमार राजू ने बताया कि उक्त सती माई की महिमा अपरंपार है .उक्त गांव को पर्यटक स्थल का दर्जा दिलाने के लिए विभिन्न राजनेताओं ने उक्त समस्या को सदनों में बार -बार उठाया है.
उक्त स्थान को पर्यटन स्थल का दर्जा नहीं मिलना काफी सोचनीय है. वहीं मंदिरके देख-भाल कर रहे विकास शर्मा ने बताया कि सती मां का महिमा अपरम्पार है. यहां जो लोग आते हैं उनकी मन्नतें पूरी होती है. ऐसे में उक्त स्थान को पर्यटन स्थल का दर्जा न मिलना काफी दु:खद है.

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