अरवल : शिशु एवं मातृ मृत्युदर पर नियंत्रण को लेकर सिविल सर्जन सभागार कक्ष में आशा फैसिलेटर को प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण का उद्घाटन सिविल सर्जन नन्देश्वर प्रसाद ने की. इस मौके पर उन्होंने शिशु एवं मातृ मृत्युदर वृद्धि पर चिंता प्रकट की. उन्होंने कहा कि इसमें कमी लाने की जिम्मेवारी प्राथमिक तौर पर स्वास्थ्य विभाग की बनती है.
उन्होंने कहा कि सबसे पहले मृत्यु के कारणों की समीक्षा करनी चाहिए. समीक्षा के दौरान मिले परिणामों के मुताबिक कार्यों के निर्धारित एजेंडा से निष्ठापूर्वक काम करने पर मृत्युदर में भारी कमी लाया जा सकता है.
उन्होंने सभी आशा फैसीलेटर को मृत्यु होने के 24 घंटे के अंदर मृत्यु के कारण सहित संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिवेदन जमा करने का निर्देश दिया. उन्होंने सभी आशा को इस कार्य के लिए प्रोत्साहन राशि देने का आश्वासन दिया. प्रशिक्षण के दौरान सभी को प्रपत्र के संबंध में तथा प्रपत्र भरने के नियमों की जानकारी दी .
प्रशिक्षण कार्य रोहित कुमार एवं केयर डंडिया प्रबंधक दीपक कुमार ने की. इस मौके पर क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक पियुष कुमार केयर इंडिया क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक सुनिल मोहन्ती सहित अन्य उपस्थित थे.