अरवल : जिले में भैया दूज एवं चित्रगुप्त की पूजा धूमधाम से मनायी गयी. भैयादूज के अवसर पर महिलाएं अपने-अपने घरों में गोबर से बनी आकृति के साथ चना, बेराव, लड्डू, नारियल एवं रेगनी के कांटे के मिश्रण को लाठी से कुठा एवं सभी महिलाएं अपने- अपने भाई को लाठी के ऊपर से फंदवाया. बताया जाता है
कि भाइयों की दीर्घायु की कामना से महिलाएं भैया दूज के अवसर पर इस टोटरम को करके भाई को मीठा भोजन कराते हैं. भैया दूज के अवसर पर दाल भरा पीठा एवं खीर खाने का रस्म पूरा किया गया. दूसरी ओर आज कई स्थानों पर चित्रगुप्त की पूजा वैदिक रीति-रिवाज के साथ की गयी. इस मौके पर भक्तों ने कलम- दवात की पूजा-अर्चना कर मित्रों के बीच प्रसाद का वितरण किया.
अरवल . जिले में भैया दूज एवं चित्रगुप्त की पूजा धूमधाम से मनायी गयी. भैयादूज के अवसर पर महिलाएं अपने-अपने घरों में गोबर से बनी आकृति के साथ चना, बेराव, लड्डू, नारियल एवं रेगनी के कांटे के मिश्रण को लाठी से कुठा एवं सभी महिलाएं अपने- अपने भाई को लाठी के ऊपर से फंदवाया. बताया जाता है कि
भाइयों की दीर्घायु की कामना से महिलाएं भैया दूज के अवसर पर इस टोटरम को करके भाई को मीठा भोजन कराते हैं. भैया दूज के अवसर पर दाल भरा पीठा एवं खीर खाने का रस्म पूरा किया गया. दूसरी ओर आज कई स्थानों पर चित्रगुप्त की पूजा वैदिक रीति-रिवाज के साथ की गयी. इस मौके पर भक्तों ने कलम- दवात की पूजा-अर्चना कर मित्रों के बीच प्रसाद का वितरण किया.