वंशी (अरवल) : आज भी जम्हारू गांव सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत समस्याओं के मकर जाल में फंसा है. ग्रामीण सड़क निर्माण की मांग को लेकर कई बार प्रदर्शन भी किया गया है. इसके बाद अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वासन भी दिया. उस समय लोगों की आस जगी कि अब हमारे गांव में आवागमन की सुविधा बहाल होगी,
लेकिन वर्षों बीतने के बाद भी गांव की समस्या जस-की-तस बनी है. बरसात के दिनों में स्कूली छात्रों को विद्यालय में आने-जाने की समस्या को देखते हुए ग्रामीण चंदा कर ईंट एवं मिट्टी भराई का काम करवाया था. ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व विधायक से कई बार सड़क निर्माण की मांग की गयी, लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला. इस सड़क के निर्माण होने से जम्हारू, रामपुर, समेत आसपास के कई गांवों की दूरी मुख्य सड़क से कम होगी.
गांव में प्राथमिक उर्दू विद्यालय है, लेकिन उच्च शिक्षा की व्यवस्था नहीं है. गांव से 15 किलोमीटर की दूरी पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पालीगंज, 16 किलोमीटर की दूरी पर सदर अस्पताल अरवल है. गांव से अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्र दूरी होने के कारण लोग ग्रामीण चिकित्सकों से अपना इलाज करवाते हैं.
ग्रामीणों के काफी प्रयास पर इमामगंज बाजार में मॉडल उपस्वास्थ्य केंद्र का भवन निर्माण तो किया गया, लेकिन इसमें एक दिन भी चिकित्सक नहीं आये.आज यह मॉडल भवन जर्जर हालत में है.
स्थानीय पंचायत के मुखिया महेश कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि केंद्र पर चिकित्सक के नहीं आने से मॉडल भवन की हालत जर्जर हो गयी. कई बार सिविल सर्जन समेत आला अधिकारियों से उपस्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक तैनात करने की मांग की गयी है, लेकिन आज तक इस केंद्र में एक दिन भी चिकित्सक नहीं बैठे. हालांकि आशा एवं एएनएम इमामगंज बाजार में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्र पर पहुंच कर सरकारी काम की खानापूर्ति करती हैं.