जहानाबाद : राजद के वरिष्ठ नेता कौलेश्वर यादव नहीं रहे. साेमवार रात 80 वर्ष के इस कद्दावर व्यक्तित्व ने अंतिम सांसें लीं. इससे पहले अचानक सांस लेने में तकलीफ व तबीयत बिगड़ने पर परिजन उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लेकर आये थे. जहां उनका निधन हो गया. वे अपने पीछे राजद नेता संजय यादव समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं.
नगर पर्षद क्षेत्र के लालसे बिगहा गांव के निवासी पूर्व नगर पार्षद कौलेश्वर सिंह यादव का देहांत होने पर शहर समेत पूरा जिला गमगीन हो गया. मातम के माहौल में जिसने भी उनके निधन की खबर सुनी, वह मातमपुर्सी करने उनके पैतृक गांव पहुंच गया. रात में ही जहानाबाद के विधायक मुंद्रिका सिंह यादव ने अस्पताल पहुंचकर उनके पौत्र संजय कुमार और शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया. दिवंगत कौलेश्वर सिंह यादव नोटिफाइड एरिया के सदस्य के अलावा दो बार लगातार 10 वर्षों तक नगर पार्षद रहे.
उन्होंने जीवनपर्यंत एक जुझारु नेता के रूप में अपनी सबल पहचान बनायी. इलाके में विकास को गति देने में अग्रणी रहे कौलेश्वर बाबू का नाम आदर से लिया जाता है. वे हर वर्ग के लोगों के हित और उत्थान के प्रति सदैव सजग रहते थे. कांग्रेस पार्टी से जुड़ कर अपना राजनीतिक सफर शुरू करनेवाले कौलेश्वर यादव शेरे बिहार स्व रामलखन सिंह यादव और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी व खासम-खास थे.
मंगलवार को उनके निधन पर भारी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता,राजनीतिक दलों के नेता, पंचायत व नगर पर्षद के जनप्रतिनिधियों ने लालसे बिगहा जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. गांव से उनकी शव यात्रा निकाली गयी. शहर के जाफरगंंज , मलहचक,आर्य समाज रोड के बाद यहां नगर पर्षद कार्यालय में उन्हें अश्रुपूर्ण नेत्रों से आखिरी विदायी दी गयी. नगर पर्षद कार्यालय के पास उनका पार्थिव शरीर आम लोगों के दर्शनार्थ रखा गया.