कलेर अरवल : आखिर कब आयेगा मुख्य सोन नहर में पानी. जिसको लेकर अरवल के किसान टकटकी लगाए हैं. गौरतलब हो की अरवल जिला की मिट्टी की एक खास विशेषता यह है कि यहां की मिट्टी में कोई भी फसल उपजता है. धान की फसल कटने के बाद किसानों के बीच गेंहू की फसल लगाने को लेकर चिंता है. चिंता का प्रमुख कारण यह है कि मुख्य सोन नहर में पानी नही है. अरवल जिले के किसानों की जमीन की खेती प्राय: सोन नहर लाइन से होती है लेकिन इन दिनों मुख्य सोन नहर में पानी नही है.
किसानों ने बताया कि धान की कटनी होने के बाद हमलोग अपने खेतों के अधिकतर भू -भाग में गेंहू की फसल लगाते हैं जिसकी निर्धारित अवधी भी बीत गयी. लेकिन अभी तक मुख्य सोन नहर में पानी उपलब्ध नहीं हो पाया है. ऐसी स्थिति में कुछ ऐसे किसान वैकल्पिक साधनों की बदौलत अपने खेतों में गेंहू की फसल बोये हैं.
वहीं कुछ किसान अभी भी मुख्य सोन नहर में पानी नहीं आने से कृषि कार्य शुरू नहीं कर पा रहे हैं. किसान यह बताते हैं कि हमलोग आखिर कृषि कार्य शुरू कैसे करें यह समझ में नहीं आता है. जब तक खेतों की सिंचाई नहीं होगी तब तक खेतों की जुताई संभव नहीं है और जब तक खेतों की जुताई नहीं होगी तब तक गेंहू की बुआई कैसे होगी.