वंशी अरवल : आजादी के कई दशक गुजरने के बद भी महादलित टोला गुलाबगंज में नाली-गली ,सड़क, शिक्षा एवं चिकित्सा जैसी गंभीर समस्याओं से ग्रस्त है. ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग कई बार पदाधिकारी समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि से की. बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हुई. आज भी लोग पगडंडी के सहारे आवागमन करते हैं. करपी -इमामगंज मुख्य मार्ग पर यह गांव बसा है. ग्रामीण गनौरी रविदास कहते हैं कि आजादी के इतने दिनों बाद भी गांव की समस्याओं की ओर किसी का ध्यान नहीं गया. सिर्फआश्वासन मिलता रहा. गांव में न आंगनबाड़ी केंद्र है,
न प्राथमिक विद्यालय, इन्होंने बताया कि नयी पीढ़ी में कुछ शिक्षा आई है. लोग मजदूरी कर बच्चों को पढाने में जुटे हैं. गांव में नाली-गली की गंभीर समस्या है. सरकार द्वारा लगाये गये कई चापाकल बंद पड़े हैं. मात्र दो चापाकल ही पानी का साधन है. गांव से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करपी की दूरी 10 किलोमीटर है. जबकि गांव से मात्र डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर कोचहसा ग्राम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है. जहां न चिकित्सक रहते हैं न कोई कर्मी. जिसके कारण ग्रामीण अपना इलाज ग्रामीण चिकित्सकों से करवाते हैं. ग्रामीणों ने कई बार ट्रांसफाॅर्मर की मांग की लेकिन आज भी यह अधर में लटका है.