अरवल ग्रामीण : कृषि भवन सभागार कक्ष में खरीफ अभियान 2016 के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का उद्घाटन जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णानंद चक्रवर्ती ने दीप जला कर की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने-अपने क्षेत्र के किसानों को कम खर्च में अधिक उत्पादन करने के लिए नयी तकनीक,
वैज्ञानिक पद्धति तथा उन्नत बीज प्रयोग करने के लिए जागरूक करें. जानकारी के अभाव में किसान बेवजह रासायनिक उर्वरक का अधिक मात्रा में प्रयोग करते हैं, जिससे किसानों को अधिक खर्च लगता है. इससे भूमि की उर्वरा शक्ति भी क्षीण होती है. उन्होंने कहा कि किसानों को वर्मी कंपोस्ट एवं जैविक खाद का प्रयोग करने के प्रति जागरूक करें. इन्होंने कहा कि वर्मी कंपोस्ट तथा जैविक खाद से भूमि के उर्वरा शक्ति बरकरार रहती है.
इसके बारे में किसानों को जागरूक करने की जरूरत है. प्रशिक्षण के दौरान कृषि संबंधी सभी प्रकार के योजनाओं की जानकारी गांवों एवं टोले में जाकर किसानों को देने को कहा. इन्होंने श्रीविधि से खेती करने के लिए 25 एकड़ का कलस्टर एक ही स्थान पर चयन करने की सलाह दी. इन्होंने कहा कि प्रत्येक कलस्टर में 25 किसानों का चयन करें और किसानों के चयन की प्रक्रिया 24 मई से शुरू करे. इसके साथ ही किसानों के बीच 25 मई से एक जून तक बीज वितरित कर दें. इन्होंने कहा कि किसानों के चयन में आरक्षण रोस्टर का अनुपालन करे और महिला कृषक को प्राथमिकता दें.
प्रशिक्षण में मिट्टी जांच के लिए संग्रह करने की विधि एवं मिट्टी संग्रह कर नमूना अविलंब कार्यालय में जमा करने के लिए कहा . उन्होंने सभी प्रकार के अनुदान की राशि किसानों के खाता में डीबीटी के माध्यम से भेजने को कहा. कार्यक्रम की अध्यक्षता सहायक निदेशक उद्यान अब्दूल बारी ने की. जबकि प्रशिक्षण को जिला गव्य पदाधिकारी संजय कुमार, कृषि विज्ञान केंद्र लोदीपुर के वैज्ञानिक सीएन चौधरी, निशांत प्रकाश ने संबोधित किया. प्रशिक्षण में सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सभी कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार के अलावा प्रखंड तकनीकी प्रबंधक सहायक प्रबंधक ने भाग लिया.