किंजर (अरवल) : करपी प्रखंड के परियारी पंचायत अंतर्गत महमदपुरा गांव में प्राथमिक विद्यालय को उत्क्रमित मध्य विद्यालय का दर्जा दिया गया है. लेकिन दो रूम के सहारे ही 218 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. दो कमरे में ही प्रथम वर्ग से अष्ठम वर्ग तक के छात्र-छात्राओं को पढ़ाया जाता है. इस विद्यालय में शिक्षक की संख्या छह है. विद्यालय की चाहरदीवारी भी नहीं है. कागजात रखने के लिए एक अलमीरा है और दो कमरे में एमडीएम का सामान रखा हुआ है.
प्रधानाध्यापक रामाश्रय प्रसाद ने बताया कि कमरे की कमी के कारण बच्चों को पठन पाठन में काफी कठिनाई होती है. सबसे ज्यादा दिक्कत बरसात के मौसम में होता है. जब बारिश के समय कमरा के छत से पानी टपकता है. इससे मध्याह्न भोजन के चावल को बचाना मुश्किल हो जाता है. बारिश के समय छात्रों की छुट्टी कर दिया जाय या तो बरामदे में खड़े होकर बारिश छुटने का इंतजार करना पड़ता है. सरकार एक ओर शिक्षा पर लाखों रुपये पानी की तरह बहा रही है लेकिन इस विद्यालय की ओर उनका ध्यान नहीं गया है.